शेमारू उमंग के शो ‘जमुनीया’ का टीज़र जारी, आलिया घोष ने तोड़ी सुंदरता की पारंपरिक धारणाएँ

Teaser of Shemaroo Umang's show 'Jamuniya' released, Alia Ghosh breaks traditional notions of beauty
 
Teaser of Shemaroo Umang's show 'Jamuniya' released, Alia Ghosh breaks traditional notions of beauty

मुंबई, फरवरी 2025: समाज में एक ओर जहाँ सुंदरता को अक्सर त्वचा के रंग से आंका जाता है, वहीं शेमारू उमंग अपनी नई पेशकश 'जमुनीया' के साथ ऐसी रूढ़िवादी मान्यताओं को चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार है। शो की पहली झलक हमें जमुनीया से मिलवाती है, जिसे प्रतिभाशाली अभिनेत्री आलिया घोष निभा रही हैं जो एक निडर लड़की हैं। जमुनिया की कोशिश है कि वह समाज को यह तय नहीं करने देगी कि सुंदरता को केवल रंग पर आँका जाए। 

यूपी के एक गांव की पृष्ठभूमि पर आधारित इस शो के टीजर में एक मेले की चहल-पहल के बीच कुछ छोटी बच्चियाँ बड़े उत्साह के साथ गुड़ियों की दुकान पर जाती हैं और अपनी जैसी दिखने वाली गुड़िया खोजती हैं। उसी भीड़ की हलचल के बीच से एक बच्ची का चेहरा सामने आता है, जिसे अपनी त्वचा के रंग की कोई गुड़िया नहीं मिलती। जब वह दुकानदार से ऐसी गुड़िया मांगती है, तो उसका जवाब चुभने वाला होता है कि "काले रंग की गुड़िया कौन खरीदता है?" ऐसे शब्द सदियों से समाज में रंगभेद की आवाज बनते नज़र आते हैं।

लेकिन जब खामोशी इस मुद्दे को निगलने वाली होती है तब जमुनीया सामने आती है जो एक मजबूत, अडिग और आत्मविश्वास से भरी लड़की है। वह बच्ची को उत्साह बढ़ाते  हुए कहती है कि असली सुंदरता दुनिया की सोच में नहीं, बल्कि उसके आत्मविश्वास में है। सुंदरता बाज़ार में बिकने वाली चीज़ नहीं, यह तो भीतर से चमकती नज़र आती है, बिल्कुल रात के आसमान की तरह।

टीज़र का अंत एक सशक्त सवाल छोड़ जाता है।"रंग के चश्मे से देखती है दुनिया… क्या दुनिया का नज़रिया बदल पाएगी, जमुनीया?" ऐसे में देखना है कि क्या एक लड़की पीढ़ियों से चले आ रही इस सोच को बदल सकती है?

अपने किरदार के बारे में बात करते हुए, आलिया घोष ने कहा,"अब तक हमने देखा है कि समाज गोरे रंग को सुंदरता का मानक मानता आया है और इस पर कई कहानियाँ भी बनी हैं। लेकिन इस शो की खासियत इसकी अलग सोच है। आमतौर पर समाज ही यह भेदभाव करता है, लेकिन जमुनीया के मामले में उसका अपना ही परिवार उसके अंदर की खूबी को नहीं पहचान पाता। प्रोमो में उस बच्ची का दर्द वही दर्द है जो कई लड़कियाँ झेलती हैं और जमुनीया अब उनकी आवाज़ बनेगी। एक छोटे से गाँव की लड़की कैसे इन रूढ़ियों को तोड़कर अपनी पहचान बनाएगी, यह देखने लायक होगा!"

तो तैयार हो जाइए, हौसले और आत्मविश्वास को बढ़ाती ‘जमुनीया’ की इस प्रेरणादायक कहानी को देखने के लिए सिर्फ शेमारू उमंग पर!

Tags