एक साथ चुनाव कराने से सरकारी खजाने पर वित्तीय बोझ कम होगा:अलका गुप्ता

एक राष्ट्र एक चुनाव नीतिगत निष्क्रियता को रोकता है और शासन पर ध्यान केंद्रित बढ़ाता है।एक साथ चुनाव कराने से सरकारी खजाने पर वित्तीय बोझ कम होगा, क्योंकि इससे बीच-बीच में होने वाले चुनावों पर होने वाले व्यय का दोहराव नहीं होगा। एक राष्ट्र एक चुनाव के कार्यान्वयन से दुर्लभ संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग, पूंजी निवेश में वृद्धि और परिसंपत्ति सृजन होगा। एक राष्ट्र एक चुनाव चुनावी कैलेंडर को समन्वित करता है, जिससे शासन के लिए अधिक समय की उपलब्धता सुनिश्चित होगी तथा नागरिकों को निर्बाध सार्वजनिक सेवा प्रदान की जा सकेगी। एक राष्ट्र एक चुनाव से चुनाव संबंधी विवाद और अपराध कम होंगे, जिससे अदालतों पर बोझ कम होगा। एक राष्ट्र एक चुनाव से प्रयासों का दोहराव टाला जा सकेगा तथा राजनीतिक कार्यकर्ताओं, सरकारी अधिकारियों और सुरक्षा बलों का समय और ऊर्जा बचेगी। एक राष्ट्र एक चुनाव से चुनावों के दौरान अक्सर होने वाली सामाजिक असामंजस्यता और संघर्ष में कमी आएगी, क्योंकि चुनाव हर पांच साल में एक बार होते हैं।
आर्यकन्या कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर सुमन वर्मा द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता की गई तथा कुशल संचालन डॉक्टर अंजू श्रीवास्तव द्वारा किया गया Iकार्यक्रम में महाविद्यालय की एवं अन्य शिक्षिकाएं, छात्राएं , महिला मोर्चा नगर अध्यक्ष मधुबाला , महिला मोर्चा मीडिया प्रभारी कविता टंडन , जिला कार्यकारिणी सदस्य सुमन सिंह आदि अन्य उपस्थित रहे Iइसी क्रम में ब्लॉक सभागार संडीला में आयोजित सर्राफ व्यापारी सम्मेलन में मुख्य अतिथि सांसद अशोक रावत विशिष्ट अतिथि सदस्य विधान परिषद अशोक अग्रवाल ने व्यापारियों को संबोधित किया।
सांसद अशोक रावत ने बताया एक राष्ट्र एक चुनाव से हमारा लोकतंत्र सशक्त होगा व समय,संसाधन,धन की बचत होगी एक साथ चुनाव होने से हमारे विकास कार्यों में तेजी आएगी।अशोक अग्रवाल ने व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा 1947 में आजादी के बाद भारत में 1951–52, 1957,1962 और 1967 में देश में चार बार एक साथ चुनाव हुए।उन्होंने बताया एक साथ चुनाव से मतदाताओं में अधिक जागरूकता और उत्साह आएगा जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा।मंच का संचालन भाजपा जिला मंत्री अजय शुक्ला ने किया सम्मेलन की अध्यक्षता सर्राफ व्यापारी समिति के अध्यक्ष प्रेमप्रकाश गुप्ता ने की।इस अवसर पर अमित गुप्ता अभय गुप्ता अजय द्विवेदी नन्हेलाल व समस्त व्यापारी गण उपस्थित रहे।