अमेरिकी पारस्परिक शुल्क का कुछ हिस्सा बरकरार रहेगा: चंद्रशेखरन
मुंबंई, : टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने मंगलवार को कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए पारस्परिक शुल्क का कुछ हिस्सा बरकरार रहेगा। चंद्रशेखरन ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में समस्या पारस्परिक शुल्क नहीं है, बल्कि यह मुद्दा छह दशक से अधिक पुराने माडल को खत्म करने से उत्पन्न हुआ है, जिसकी दुनिया आदी हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि वैश्वीकरण ने यह सुनिश्चित किया है कि वस्तुओं का उत्पादन वहां किया जाए, जहां उनका उत्पादन सस्ता या कुशल हो तथा उनकी बिक्री वहां हो जहां मांग हो। चंद्रशेखरन ने कहा कि चीजें रातोरात नहीं बदल सकतीं, क्योंकि प्रतिभा और कच्चे माल की आपूर्ति जैसे मुद्दों से देशों को जूझना पड़ता है। उन्होंने मंगलवार देर शाम मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा कि मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है
कि यह शुल्क शून्य पर वापस नहीं जाएगा, क्योंकि एक बार कुछ घोषित हो जाने के बाद इसका कुछ हिस्सा बना रहेगा। उन्होंने कहा कि टाटा समूह इलेक्टि्रक वाहन, बैटरी और सेमी कंडक्टर सहित नए क्षेत्रों में सात नए कारखाने बना रहा है, जो 2027 तक खुलेंगे और इनमें पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
