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गर्भावस्था में योग और ध्यान के अभ्यास से तनाव विसर्जित होता है

इसमें महिलाओं को योगिक सूक्ष्म व्यायाम,ताड़ासन, वज्रासन, भद्रासन तथा पद्मासन का अभ्यास कराया गया । इसके अतिरिक्त नाड़ी शोधन, भ्रामरी उद्दगीत प्राणायामो का भी अभ्यास हुआ ।कोऑर्डिनेटर, अमरजीत यादव ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार आवश्यक होता है जिससे माता और उसके गर्भ ने पल रहे शिशु को पोषण मिलता है गर्भावस्था में योग और ध्यान के अभ्यास से तनाव विसर्जित होता है
इस अवसर पर अधिष्ठाता,छात्र कल्याण, केजीएमयू प्रोफेसर आर0 ए0 एस0 कुशवाहा ने बताया कि योग के अभ्यास से गर्भवती महिलाओ के स्वास्थ में वृद्धि होती है इस अवसर पर स्त्री रोग विभाग की विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर अंजू अग्रवाल उपस्थित रहीं । इस सत्र का संचालन प्रियांजली पांडे, मोनिका सिंह तथा संजना कुशवाहा द्वारा किया गया ।
आज ही केजीएमयू के डीपीएमआर विभाग में दिव्यांजनों को भी प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास करवाया गया इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ए0 के0 गुप्ता एवं शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे दिव्यांग जानो के सत्र का संचालन प्रीति, दीपा श्रीवास्तव, वर्षा , वंदना सिंह एवं ज्योति जोशी द्वारा किया गया ।