पायनियर स्कूल में छात्रों ने मनाया रंगों का त्योहार

Students celebrated the festival of colors in Pioneer School
 
Students celebrated the festival of colors in Pioneer School
बलरामपुर। गुरुवार को पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज, बलरामपुर में ‘‘रंगो का त्योहार होली‘‘ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डाॅ एमपी तिवारी, उप प्रधानाचार्या/प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक/अध्यापिकाओं का अबीर व गुलाल लगाकर होली की हार्दिक शुभकामनाएं एव बधाई दी। 
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने अध्यापक/अध्यापिकाओं तथा छात्र-छात्राओं को निर्देश दिया कि हमें इस वर्ष कैमिकल से भरे रंगों से दूर रहकर फूलों की होली खेलनी होगी। 

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तत्पश्चात् विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने बताया कि होली के त्योहार से पूर्व होलिका दहन होता है। होलिका दहन हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें होली के एक दिन पहले यानी पूर्व संन्ध्या को हिरण्याकश्यप की बहन होलिका जो भक्त प्रहलाद को लेकर अग्नि में प्रवेश करती है, परन्तु केवल होलिका जलती है लेकिन भक्त प्रहलाद नही। इसका मुख्य आर्दश यह है कि बुराई अच्छाई को कभी समाप्त नही कर सकती। इसी कारण होलिका का सांकेतिक रूप से दहन किया जाता है। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व के रूप में मनाया जाता है। साथ ही यह भी बताया कि होलिका दहन के दूसरे दिन रंगो का त्योहार होली बड़े ही हर्षोल्लास तथा हँसी-खुशी से मनाया जाता है। जिसे प्रमुखता धुलेंड़ी व धुरड़ी, धुरखेल या धुलिवंदन इसके अन्य नाम है। इस दिन लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फंेकते है एवं ढोल बजाकर होली के गीत गाये जाते है और घर-घर जाकर लोगों को रंग लगाया जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते है और फिर से दोस्त बन जाते है। इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते है। यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है। जो आज विश्वभर में मनाया जाता है। 

‘‘रंगो का त्योहार होली‘‘ के अवसर पर विद्यालय में विभिन्न प्रकार के सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वप्रथम गीत-रंग लेकर खेलेते गुलाल लेके खेलते नामक गीत पर सूर्यांश, शशांक, एस0के0 सौर्य, प्रथमेश, श्रृष्टि शुक्ला, आराध्या, अवन्तिका, नीतिका, श्रृष्टि, आशी, श्रेया, कोमल तथा गीत-होली आई रे होली आई रे नामक गीत पर आयजा, ईशिका, ईशिता, अयान, अभिषेक, मोहनी, सौम्या, आराध्या आदि छात्र-छात्राओं ने बहुत ही सुन्दर नृत्य प्रस्तुत करके दर्शकों का मन मोह लिया। विद्यालय के सभी शिक्षक/शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं ने पुष्पों की वर्षा एक दूसरे पर करते हुए रंगो का त्योहार होली को मनाया तथा एक दूसरे ने सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं दी और यह दृढ़ संकल्प लिया कि प्रतिवर्ष हम सभी कैमिकल तथा रंगों से दूर रहेंगे तथा जल प्रदूषण को रोकेगें। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने सांस्कृति कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों को गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदक पहनाकर सम्मानित किया। 
अंत में ‘‘रंगो का त्योहार होली‘‘ के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक नें विद्यालय प्रांगण में होली के गीतों पर समस्त छात्र/छात्राओं, समस्त अध्यापक/अध्यापिकाओं एवं समस्त कर्मचारियों को पुष्पों की वर्षा करते हुए अबीर/कुमकुम का टीका लगाकर तथा मिष्ठान खिलाकर होली का आनन्द उठाया।

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