वनस्पति विज्ञान विभाग में अभिभावक-शिक्षक बैठक का सफल समापन, विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय

Successful completion of parent-teacher meeting in Botany Department, important decisions for the overall development of students
 
Successful completion of parent-teacher meeting in Botany Department, important decisions for the overall development of students
बलरामपुर। शुक्रवार को एमएलके महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में आयोजित अभिभावक-शिक्षक बैठक का सफल समापन हुआ। इस बैठक की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. जेपी पांडेय ने की। बैठक में विद्यार्थियों के शैक्षिक प्रदर्शन, विभागीय गतिविधियों और विद्यार्थियों की व्यक्तिगत प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई।
विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. मोहम्मद अकमल ने अभिभावकों का स्वागत किया और बैठक में भाग लेने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। बैठक में विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था पर अभिभावकों से विचार विमर्श किया गया और उनसे सुझाव भी प्राप्त किए गए। विभाग के शिक्षकों ने अभिभावकों से अनुरोध किया कि यदि शिक्षा में सुधार की आवश्यकता हो तो वे अपनी बात बिना किसी संकोच के रखें।
बैठक के दौरान अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद का आदान-प्रदान हुआ, जिससे विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मुख्तार आलम ने धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में व्याख्यान देने का सुझाव दिया। वहीं, डॉ. आशा मिश्रा और अभिभावक अर्चिता मिश्रा ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को लेकर सुझाव दिए और विभाग के शिक्षकों की सराहना की।
बैठक के अंत में, महाविद्यालय के प्राचार्य ने अभिभावकों को धन्यवाद दिया और कहा कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकें सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र में उपलब्ध हैं छात्र छात्राएँ जिनका अध्ययन कर सकते हैं तथा नई पुस्तकें खरीदी जा रही हैं। ये पुस्तकें सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र के साथ-साथ विभाग में भी उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने विभाग के शिक्षकों की शैक्षिक गतिविधियों की सराहना की और बैठक आयोजित करने के लिए उन्हें बधाई दी।डॉ. वीर प्रताप सिंह ने सभी अभिभावकों को धन्यवाद दिया और शिक्षक-अभिभावक की मजबूती की कामना की।
कार्यक्रम का सफल संचालन विपिन कुमार ने किया, और इस अवसर पर राहुल यादव, सौम्या शुक्ला, राशि सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

Tags