शारदा नारायण शिप्स हॉस्पिटल में कूल्हे का सफल प्रत्यारोपण — नई तकनीक 'डायरेक्ट इंटेरिया अप्रोच' से डॉ. अभिषेक पांडेय ने रचा कीर्तिमान

लखनऊ डेस्क (आर. एल. पांडेय):
शाहमीना रोड स्थित शारदा नारायण शिप्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक पांडेय ने आधुनिक चिकित्सा तकनीक की एक मिसाल पेश की है। उन्होंने कूल्हे के प्रत्यारोपण की एक नवीनतम विधि 'डायरेक्ट इंटेरिया अप्रोच' के माध्यम से 72 वर्षीय मरीज की सफल सर्जरी की।
यह तकनीक देश के बेहद सीमित अस्पतालों में ही उपलब्ध है, जिसे केवल विशेषज्ञ चिकित्सक ही अंजाम दे पाते हैं। डॉ. पांडेय, जिन्हें फ्रांस और दक्षिण कोरिया में भी सर्जरी का अंतरराष्ट्रीय अनुभव है, ने इसे बड़ी दक्षता से संपन्न किया।
डायरेक्ट इंटेरिया अप्रोच की प्रमुख विशेषताएं:
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इस विधि में बहुत छोटा चीरा लगाया जाता है जिससे मांसपेशियों को नुकसान नहीं होता।
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ऑपरेशन के बाद दर्द बेहद कम होता है और कूल्हे के डिसलोकेशन की संभावना न के बराबर रहती है।
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मरीज अगले ही दिन चलने-फिरने में सक्षम हो जाता है।
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इस प्रक्रिया में रक्तस्राव नहीं के बराबर होता है और तकिए या विशेष सहारे की आवश्यकता नहीं होती।
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कूल्हे के जोड़ को अधिक सहजता और स्वतंत्रता से घुमाया जा सकता है।
हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. संजय सिंह ने बताया कि मरीज की उम्र 72 वर्ष है और वे पिछले कई वर्षों से चलने-फिरने में असमर्थ थे। सर्जरी के बाद अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और बिना सहारे चल पा रहे हैं।
मरीज के परिजनों ने शारदा नारायण शिप्स हॉस्पिटल की पूरी टीम और विशेष रूप से डॉ. अभिषेक पांडेय को सफल इलाज और समर्पण के लिए हृदयपूर्वक धन्यवाद दिया।