सुरेश गोपी का इस्तीफा देने का इशारा: फिल्मों में वापसी या राजनीति से दूरी?

 
BJP MP Suresh Gopi’s Shocking Revelation: Wants to Quit as Minister to Return to Films

 एक तरफ सिल्वर स्क्रीन का सुपरस्टार, जो एक्शन हीरो से लेकर रोमांटिक लीड तक सब कुछ निभा चुका है। और दूसरी तरफ, दिल्ली की गलियारों में बीजेपी का चमकता सितारा, जो केरल से पहली बार लोकसभा पहुंचा। लेकिन अचानक एक बयान जो हिला देगा पूरी राजनीति को! 'मंत्री बनने के बाद मेरी इनकम पूरी तरह बंद हो गई है। मैं इस्तीफा देना चाहता हूं, ताकि वापस अपनी फिल्मों में लौट सकूं।' हां  ये कहानी है मलयालम सिनेमा के दिग्गज एक्टर और यूनियन मिनिस्टर सुरेश गोपी की। क्या ये सिर्फ एक मजाक था, या केरल की राजनीति में बड़ा उलटफेर होने वाला है ?

 सुरेश गोपी का नाम तो आप सबने सुना होगा। 1958 में केरल के परबनगावड़ी में जन्मे ये सुपरस्टार मलयालम सिनेमा का वो चेहरा हैं, जो 80 के दशक से ही दर्शकों के दिलों पर राज कर रहे हैं। उनकी पहली फिल्म आई 1967 में, लेकिन असली धमाल हुआ 1980 के दशक में। उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं। सुरेश गोपी सिर्फ एक्टर ही नहीं, बल्कि एक नेशनल अवॉर्ड विनर हैं। 1996 में 'फायरमैन' फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला। लेकिन उनकी जिंदगी में ट्विस्ट तब आया जब उन्होंने राजनीति का रुख किया। 2016 में बीजेपी जॉइन की, और 2024 के लोकसभा चुनावों में थ्रिसूर से जबरदस्त जीत हासिल की। केरल से बीजेपी का पहला सांसद! और फिर, मोदी कैबिनेट 3.0 में उन्हें स्टेट मिनिस्टर फॉर पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस और टूरिज्म का पोर्टफोलियो मिला। लग रहा था, ये आदमी अब राजनीति का नया चैप्टर लिखेगा। लेकिन... अचानक ये क्या ? इस्तीफे की बात? 

 ये सब तब शुरू हुआ जब 12 अक्टूबर 2025 को सुरेश गोपी एक इवेंट में पहुंचे कन्नूर, केरल। बीजेपी वर्कर्स के बीच बोलते हुए उन्होंने खुलकर अपनी दिल की बात कही। 'मैं कभी मंत्री बनना नहीं चाहता था। चुनाव से एक दिन पहले ही मैंने कहा था कि मैं अपनी सिनेमा करियर को जारी रखना चाहता हूं। लेकिन पार्टी ने मुझे जनता के मंडेट के सम्मान में मंत्री बना दिया।' फिर आया वो धमाकेदार लाइन: 'मंत्री बनने के बाद मेरी इनकम पूरी तरह बंद हो गई है। मुझे और कमाना है, इसलिए मैं इस्तीफा देकर एक्टिंग में वापस लौटना चाहता हूं।' जी हां, सुरेश गोपी ने साफ कहा कि राजनीतिक जिम्मेदारियों की वजह से उनकी फिल्मों से आने वाली कमाई रुक गई है। वो अपनी पर्सनल जरूरतों और वेलफेयर प्रोजेक्ट्स के लिए इनकम की जरूरत बता रहे हैं। लेकिन ये सिर्फ शिकायत नहीं थी। उन्होंने एक सरप्राइज भी दिया - अपना 'सक्सेसर' सुझा दिया! उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी का सबसे युवा मेंबर हूं (हालांकि उम्र 66 की है, लेकिन पार्टी जॉइन करने के हिसाब से)। मेरी जगह राज्या सभा एमपी सी. सदानंदन मास्टर को मंत्री बनाया जाए।' सदानंदन मास्टर कौन हैं? एक बीजेपी वेटरन, जो 1994 में सीपीआई(एम) के हमले में दोनों टांगें गंवा चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें हाल ही में राज्यसभा भेजा है। गोपी ने कहा, 'ये केरल पॉलिटिक्स में नया चैप्टर खुलेगा।' सोशल मीडिया पर ये बयान वायरल हो गया! कुछ लोग कह रहे हैं, 'अरे, पैसे के लिए इस्तीफा? ये क्या राजनीति है?' तो कुछ बोल रहे हैं, 'सच्चाई तो यही है, सेलिब्रिटी को पॉलिटिक्स में सर्वाइव करना मुश्किल।' लेकिन सुरेश गोपी ने ये भी जोड़ा कि उनके शब्दों को हमेशा ट्विस्ट किया जाता है।

 जैसे, उन्होंने 'प्रजा' शब्द का इस्तेमाल किया, तो विपक्ष ने इसे गलत तरीके से पेश किया। अब सवाल ये है - आखिर सुरेश गोपी की इनकम क्यों बंद हो गई? देखिए, एक्टर्स के लिए नियम सख्त हैं। मंत्री बनने के बाद, वो कमर्शियल प्रोजेक्ट्स नहीं कर सकते। कोई ऐड, कोई फिल्म साइनिंग - सब रुक जाता है। गोपी के पास पहले से कमिटेड फिल्म प्रोजेक्ट्स थे, लेकिन कैबिनेट जॉइन करने के बाद वो रुक गए। वो कहते हैं, 'मैंने कभी प्रेयर नहीं की मंत्री बनने की। सिनेमा मेरी पैशन है, और इनकम भी।' अब सवाल ये कि क्या वो सच में इस्तीफा देंगे ? अभी तक बीजेपी की तरफ से कोई ऑफिशियल रिएक्शन नहीं आया। लेकिन एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि ये एक स्ट्रैटेजिक मूव हो सकता है। गोपी थ्रिसूर से 70,000 वोटों से जीते थे - केरल में बीजेपी का ब्रेकथ्रू। उनका इस्तीफा पार्टी के लिए झटका होगा। शायद वो मिनिस्टर रहते हुए ही कुछ फिल्में करें, या पार्टी उन्हें रिलीव कर दे। वैसे, सदानंदन मास्टर को प्रमोट करने का आइडिया अच्छा लग रहा है - ये केरल बीजेपी को और स्ट्रॉन्ग करेगा।

सुरेश गोपी जैसे लोग दिखाते हैं कि लाइफ में पैशन को कभी पीछे न छोड़ें। राजनीति हो या सिनेमा, दोनों में बैलेंस जरूरी है। गोपी ने कहा, 'मैं ईमानदारी से कह रहा हूं - सदानंदन मास्टर जैसे वेटरन्स को मौका मिलना चाहिए।' ये बात केरल पॉलिटिक्स को नई दिशा दे सकती है। अगर सुरेश गोपी फिल्मों में लौटे, तो अगली ब्लॉकबस्टर कौन सी होगी? कमेंट्स में बताओ! 

तो ये थी सुरेश गोपी के इस धमाकेदार बयान की पूरी कहानी। क्या आपको लगता है गोपी को इस्तीफा दे देना चाहिए ? या राजनीति में रहना चाहिए ? comments में जरूर बताईयेगा . 

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