यूपीआईटीईएक्स 2025 के माध्यम से उत्तर प्रदेश के व्यापार और निवेश क्षमताओं में निरंतर वृद्धि के लक्ष्य पर ध्यान

Focus on the goal of sustained growth in trade and investment capabilities of Uttar Pradesh through UPITEX 2025
 
Focus on the goal of sustained growth in trade and investment capabilities of Uttar Pradesh through UPITEX 2025
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो (यूपीआईटीईएक्स) 2025 का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन यूपी स्टेट चैप्टर पीएचडीसीसीआई द्वारा मिनिस्ट्री ऑफ एमएसएमई, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया, इन्वेस्ट यूपी और ओडीओपी उत्तर प्रदेश के सहयोग से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में किया गया। 23 जनवरी को एक्सपो का भव्य उद्घाटन हुआ। यह एक्सपो 27 जनवरी तक चलेगा, जिसमें लगभग 300 स्टॉल लगे हैं। इस एक्सपो का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को व्यापार और निवेश के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना है।

एक्सपो का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री, उत्तर प्रदेश श्री राकेश सचान जी ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में डॉ. रंजीत मेहता (सीईओ और महासचिव, पीएचडीसीसीआई), श्री राजेश निगम (सह-अध्यक्ष, स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई), श्री विवेक अग्रवाल (सह-अध्यक्ष, यूपी राज्य चैप्टर, पीएचडीसीसीआई), श्री सुदीप गोयनका (प्रबंध निदेशक, शुभम गोल्डी मसाले प्रा. लि.), श्री पंकज कुमार (मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड, लखनऊ), श्री अवनीश कुमार अवस्थी (सेवानिवृत्त आईएएस और माननीय मुख्यमंत्री के सलाहकार), श्री प्रांजल यादव (आईएएस, सचिव, एमएसएमई और निर्यात संवर्धन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार), रीजनल डायरेक्टर यूपी स्टेट चैप्टर पीएचडीसीसीआई श्री अतुल श्रीवास्तव शामिल रहे। एक्सपो में सभी गणमान्य लोगों को पीएचडीसीसीआई द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राकेश सचान ने पीएचडीसीसीआई को 120 वर्ष पूरे करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि पूरे एक्सपो का अवलोकन करने के बाद महसूस हुआ कि उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए यह एक अच्छा प्लेटफार्म है। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। प्रदेश में एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार बेहतर किया जा रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण पूर्वांचल, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे हैं। पूरे प्रदेश के एमएसएमई उत्पादों को शोकेस करने के लिए ऐसा मंच होना प्रशंसा योग्य है। इस तरह के कार्यक्रम से सरकार द्वारा लोगों को रोजगार देने के प्रयास को बल मिलता है।

सेवानिवृत्त आईएएस और माननीय मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि मैं बीते 25 से 30 साल से पीएचडीसीसीआई से जुड़ा हूं। ऐसे में यूपीआईटेक्स के मंच से पीएचडीसीसीआई की 120वीं वर्षगांठ पर बधाई देता हूं। वर्तमान में सरकार प्रदेश के उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत है। इस मंच से हम आपको बताना चाहते हैं कि प्रदेश सरकार एमएसएमई प्रोजेक्ट्स को लगाने और उसे आगे बढ़ाने में पूरा सहयोग करेगी। यह एक्सपो स्थानीय उद्योगों को वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने और राज्य के आर्थिक विकास में योगदान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो रहा है।

 एमएसएमई और निर्यात संवर्धन विभाग के सचिव श्री प्रांजल यादव ने कहा कि किसी भी एमएसएमई के विकास में जगह से लेकर फाइनेंस और मार्केट की उपलब्धता सबसे बड़ी भूमिका निभाती है। इस तरह के एक्सपो से उद्यमियों को मार्केट मिलता है। प्रदेश सरकार द्वारा इस इंडस्ट्री के लिए लोन से लेकर सब्सिडी जैसी विभिन्न सुविधाएं दी जा रही हैं। 

इससे पहले पीएचडीसीसीआई के सीईओ और महासचिव, डॉ. रंजीत मेहता ने उद्घाटन भाषण में कहा कि पीएचडीसीसीआई अपनी 120वीं वर्षगांठ मना रहा है। ऐसे में देशभर से आए उद्यमियों का स्वागत करता हूं। यूपीआईटीईएक्स 2025 राज्य की औद्योगिक क्षमताओं को वैश्विक स्तर पर ले जाने का एक ऐतिहासिक प्रयास है। हम सभी एक साझा प्रयास के साथ उत्तर प्रदेश को विश्व के औद्योगिक मानचित्र पर सशक्त रूप से स्थापित करेंगे।

सह-अध्यक्ष, यूपी स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई के श्री राजेश निगम ने कहा, "यूपीआईटीईएक्स राज्य के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा, जो आने वाले समय में प्रदेश को और अधिक लाभान्वित करेगा।" 

सह-अध्यक्ष, यूपी स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई के श्री विवेक अग्रवाल ने कहा, "यह आयोजन उत्तर प्रदेश के उद्यमियों के लिए वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का एक आदर्श माध्यम है। इस मंच के माध्यम से छोटे उद्यमियों को अपना व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी"

मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड, लखनऊ श्री पंकज कुमार ने कहा कि नाबार्ड बीते 3 वर्षों से इस कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहा है। इसमें सरकार की बहुत मदद मिली है। हमें उम्मीद है कि आगे भी एमएसएमई सेक्टर को सरकार का प्रोत्साहन मिलता रहेगा।

प्रबंध निदेशक, शुभम गोल्डी मसाले प्रा. लि. श्री सुदीप गोयनका ने कहा कि हमारे लिए यह खुशी का विषय है कि हाल ही में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को एक वर्ष पूरा हुआ है और इस पावन अवसर पर यूपीआईटेक्स अपना तीसरा संस्करण लेकर आया है। यहां विभिन्न प्रांतों से आकर लोगों ने अपने 300 से अधिक स्टॉल लगाए हैं। हम इस तरह के छोटे उद्यमियों को ट्रेनिंग देंगे ताकि प्रदेश में 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी में यह सभी उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।

क्षेत्रीय निदेशक, यूपी स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई श्री अतुल श्रीवास्तव ने धन्यवाद देते हुए कहा कि माननीय मंत्री जी के सहयोग से इस एक्सपो को इतने बड़े स्तर पर आयोजित करने में सफलता प्राप्त हुई। आगामी वर्ष में हम इस एक्सपो को और बड़े स्तर पर करने का प्रयास करेंगे तथा प्रदेश के सभी जनपदों से उद्यमियों को आमंत्रित करेंगे। साथ ही लखनऊवासियों से एक्सपो में आने के लिए आमंत्रित किया।
[20:20, 23/1/2025] +91 97921 27015: भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), लखनऊ द्वारा स्टैंडर्ड कार्निवल का आयोजन
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), लखनऊ ब्रांच ऑफिस ने गुरुवार को संगीत नाटक अकादमी में अपने 78वें स्थापना दिवस के अवसर पर "स्टैंडर्ड कार्निवल" का भव्य आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उद्योग जगत, शिक्षाविद, उपभोक्ता संगठन, गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ), मीडिया के प्रतिनिधि, और छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बीआईएस की उपलब्धियों का जश्न मनाना और छात्र-छात्राओं में मानकों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था जिसके लिए मानक गीत और नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि का स्वागत बीआईएस के शाखा प्रमुख व वरिष्ठ निदेशक  सुधीर बिश्नोई ने मोमेंटो प्रदान कर किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “बीआईएस, भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय है, जो उपभोक्ता हितों और उद्योगों के लिए समान रूप से काम करता है।” उन्होंने यह भी बताया कि बीआईएस ने हाल के वर्षों में "मेक इन इंडिया" और "आत्मनिर्भर भारत" के विज़न को मजबूती से आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। गुणवत्ता मानकों के क्षेत्र में बीआईएस ने उत्पाद प्रमाणन, प्रबंधन प्रणाली प्रमाणन, हॉलमार्किंग और प्रयोगशाला सेवाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के एमएसएमई मंत्री  राकेश सचान ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बीआईएस ने 78 वर्षों में उपभोक्ता विश्वास को बढ़ाने और भारतीय उद्योगों को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने में ऐतिहासिक योगदान दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' जैसे अभियानों को साकार करने में बीआईएस की भूमिका अतुलनीय है। उद्योग जगत को बीआईएस मानकों का पालन कर अपनी उत्पाद गुणवत्ता सुनिश्चित करनी चाहिए, जो न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में उनकी पहचान को सशक्त बनाएगी।

लखनऊ के एमएलसी  रामचंद्र प्रधान ने बीआईएस की प्रशंसा करते हुए कहा कि बीआईएस उपभोक्ताओं की सुरक्षा के साथ-साथ उद्योगों और उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उत्पाद बनाने में भी सहयोग करता है। इसके प्रयास पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास लक्ष्यों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण हैं।

बीआईएस के जॉइंट डायरेक्टर  चन्द्रकेश सिंह ने कहा कि बीआईएस के मानकों का अनुपालन उद्योगों में दक्षता और उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य है। हमारा विभाग मानकों के सख्त पालन को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम में प्रमुख उद्योगों में बिरला, अल्ट्राटेक, सुप्रीम इंडस्ट्रीज, ज्ञान डेयरी, हॉकिंस, एलिम्को, हैडिल्को, नाइन, आदि के प्रतिनिधियों ने अपने स्टॉल्स के माध्यम से छात्र-छात्रों और प्रतिभागियों को जागरूक किया। वहीं रीजनल साइंस सिटी अलीगंज ने इंडोर-बस के जरिये विज्ञान की प्रदर्शिनी की। इसके अतिरिक्त, राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ, राजकीय महिला पॉलिटेक्निक लखनऊ और बीएसएनवी पीजी कॉलेज के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। साथ ही, आदिज्योति सेवा समिति और शारदा वेलफेयर फाउंडेशन जैसी संस्थाओं के वालंटियर्स ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाया। 

कार्यक्रम का समापन बीआईएस के डिप्टी डायरेक्टर  जितेश कुमार के धन्यवाद ज्ञापन और बीआईएस की भविष्य की योजनाओं पर चर्चा के साथ हुआ। उन्होंने दोहराया कि बीआईएस न केवल उपभोक्ता विश्वास को मजबूत बनाएगा बल्कि उद्योग जगत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी बनाने के लिए निरंतर प्रयास करेगा।

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