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आने वाली पीढ़ी कुछ इस तरह तैयार हो। जो हमारे देश में खुल रहे वृद्ध आश्रम है वह धीरे-धीरे बंद हो जाएं

The coming generations should be ready like this. Those who are opening in our country are gradually closed
 
The coming generations should be ready like this. Those who are opening in our country are gradually closed
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पांडेय)। हरदोई जनपद के पं बाबूराम त्रिवेदी सरस्वती शिशु मंदिर अल्लीपुर में विद्याभारती द्वारा आयोजित नवीन आचार्य प्रशिक्षण दिवस के अष्टम दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में जिलाविद्यालय निरीक्षक बालमुकुंद पसाद एवं क्षेत्रीय संस्कृति बोध परियोजना प्रमुख राजकुमार उपस्थित रहे। 

जनपद के पं बाबूराम त्रिवेदी सरस्वती शिशु मंदिर अल्लीपुर में शुक्रवार को विद्याभारती द्वारा आयोजित नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के अष्टम दिवस पर मुख्य अतिथियों का नवीन आचार्या वहनों के तिलक बंधन व वैच लगाकर स्वागत किया गया। उसके उपरांत मुख्य अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती जी की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलन व पुष्पार्चन किया गया तथा वंदना का कार्यक्रम हुआ। मंच संचालन श्रावस्ती संभाग कैलाश वर्मा के द्वारा किया गया तथा आये हुए मुख्य अतिथियों का परिचय संभाग निरीक्षक लखनऊ श्याममनोहर शुक्ल के द्वारा किया गया। वंदना कार्यक्रम के पश्चात 
जिलाविद्यालय निरीक्षक बालमुकुंद पसाद का स्वागत जन शिक्षा समिति अवध प्रदेश के प्रदेश निरीक्षक मिथिलेश अवस्थी ने किया। 

कार्यक्रम के प्रथम सत्र पर जिलाविद्यालय निरीक्षक बालमुकुंद पसाद ने 21 वीं सदी के शिक्षक आदि पर विस्तार से चर्चा की तथा कहा 20वीं और 21वीं सदी में जो बदलाव व प्रगति हुई है उस पर विचार किया कि हम समय के साथ समय के बदलाव के चलते हम बेहतरीन शिक्षा दे सके आपका रोल ऐसा हो जो बच्चों को प्रेरित कर सके विद्यार्थी आपसे डरे नही। बच्चों के अंदर सवाल करने की प्रेरणा होनी चाहिए। तथा NEP 2020 पर विस्तृत चर्चा की।


द्वितीय सत्र क्षेत्रीय संस्कृति बोध परियोजना प्रमुख राजकुमार ने लिया इन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अर्ली चाइल्ड केयर पर विशेष जोर दिया गया है राष्ट्रीय शिक्षा नीति चार भागों में विभाजित है। जिसमे 3 साल से 8 साल के बच्चे जिनका प्रवेश होने वाला है उन 3 साल के बच्चे का लालन पालन घर पर कैसे हो उस पर चर्चा हुई तथा 3 साल के बाद जब वह हमारे विद्यालय में आए तब उसका लालन-पालन कैसे हो इस पर चर्चा हुई तथा जो नवीन आचार्य प्रशिक्षण ले रहे है उनको लेकर कहा कि हम संपूर्ण समाज को परिवर्तित करना चाहते हैं इसलिए शुरूआत युवा दंपतियों को लेकर करना चाहते हैं आने वाली पीढ़ी कुछ इस तरह तैयार हो। जो हमारे देश में खुल रहे वृद्ध आश्रम है वह धीरे-धीरे बंद हो जाएं। सायंकाल शारीरिक का सत्र हुआ जिसमे मुख्य शिक्षक प्रांतीय शारीरिक प्रमुख के द्वारा ओम प्रकाश के द्वारा विधिवत शिक्षण कार्य हुआ।
 
इस मौके पर मुख्य रूप से उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा विद्या भारती शीर्षेन्दुशील त्रिवेदी विपिन, सीतापुर संभाग निरीक्षक रणवीर सिंह, साकेत संभाग मिथिलेश सिंह, प्रांतीय प्रशिक्षण प्रमुख देवेंद्र पाल सिंह व्यवस्था के आचार्य तथा नवीन आचार्य प्रशिक्षार्थी मौजूद रहे।

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