गड़बड़ मानसिक अवस्था मे काशी के अस्सी घाट से बरामद हुए द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल के निर्देशक सनोज मिश्रा 

Sanoj Mishra, director of The Diary of West Bengal, was found in a disturbed mental state from Assi Ghat in Kashi
Sanoj Mishra, director of The Diary of West Bengal, was found in a disturbed mental state from Assi Ghat in Kashi
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पाण्डेय)। देश के गृहमंत्री के संज्ञान में भी यह मैटर अब आ गया था , यह भी सम्भव था कि आज कम में यदि सनोज मिश्रा की बरामदगी नहीं होती तो शायद इस केस में कोई बड़ी एजेंसी को लगाया जाता लेकिन मामले ने तूल पकड़ने से पहले ही अलग मोड़ ले लिया और निर्देशक सनोज मिश्रा काशी के अस्सी घाट से अस्त व्यस्त हालत में बरामद हो गए । विदित हो कि पिछले 8 दिनों से इन मुद्दे को सुर्खियां मिलनी तब शुरू हुईं जब फ़िल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल के निर्देशक सनोज मिश्रा अचानक से गायब हो गए। वो अपने फ़िल्म की रीलीजिंग के सिलसिले में काफी व्यस्त चल रहे थे

कि उन्हें कोलकाता पुलिस का कॉल आया और इन्हें मिलने के लिए बुलाया गया।  सनोज मिश्रा जब कोलकाता पुलिस से मिलने गए उसके बाद से इनके दोनों मोबाइल नम्बर अचानक से बन्द हो गए और सारी दुनिया से इनका कम्युनिकेशन ब्रेक हो गया। पुलिस प्रोटोकॉल के मुताबिक 48 घण्टों तक इनके सकुशल बरामदगी की आस में समय बिताने के बाद सनोज मिश्रा की पत्नी द्युति मिश्रा ने लखनऊ के गोमती नगर पुलिस थाने में अपने पति के गायब होने की तहरीर दिया। पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से सुनने के बाद मदद का भरोसा दिया लेकिन F.I.R. दर्ज नहीं किया। कारण ज्यूरिडिक्शन क्षेत्र का इनके अधीन नहीं आना था।  

कोलकाता पुलिस से सम्पर्क करने पर कोई जवाब ही नहीं मिल पा रहा था , इसीबीच कोलकाता रेप कांड हो गया तो उसमें पश्चिम बंगाल की स्थिति को देखते हुए सनोज मिश्रा की पत्नी और परिवार पूरी तरह से चिंतित होने लगे।  फिर इन्होंने अपने पति की तलाश के लिए मीडिया के माध्यम से फ़िल्म जगत और देश के बड़े अधिकारियों को सम्पर्क करने का निर्णय लिया।  ऐसे में द्युति मिश्रा के लिए सांसद सह फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने सनोज मिश्रा की सकुशल बरामदगी के लिए द्युति मिश्रा से सम्पर्क कर उन्हें आश्वासन दिया । इधर समय व्यतीत होते जा रहा था और सनोज का मोबाइल भी ऑन नहीं हुआ था , तब जाकर मामले में कंगना रनौत के हस्ताक्षेप होने और पब्लिक में उछलने के कारण गृह मंत्रालय सक्रिय हुआ।

परिणाम यह हुआ कि आठवें दिन ही सही सनोज मिश्रा काशी बनारस के अस्सी घाट पर अस्त व्यस्त हालात में बरामद हुए । इधर इनकी बरामदगी होने से पहले सनोज मिश्रा की पत्नी लखनऊ से कोलकाता के लिए ट्रेन से निकली थीं , और जैसे ही बिहार के मुजफ्फरपुर पहुँची थीं कि तभी उन्हें किसी अनजान शख्स ने कॉल करके बताया कि सनोज मिश्रा काशी के अस्सी घाट पर देखे गए हैं। आनन फानन में द्युति मिश्रा ने कोलकाता जाने वाली उस रेलगाड़ी को मुजफ्फरपुर में ही रात में छोड़कर बनारस लौटने का निर्णय लिया । यहां पहुंचकर अगले दिन सुबह में जब द्युति मिश्रा सनोज से मिली तब वे किसी से बातचीत करने की हालत में नहीं थे । काशी के अस्सी घाट पर वे पुलिस की निगरानी में द्युति मिश्रा के हवाले कर दिए गए ।


    इधर कोलकाता से गायब हुए सनोज मिश्रा का काशी में बरामद होना कई सवालों को जन्म दे गया । वो आख़िर यहां कैसे पहुंचे ? उन्हें किसी ने टॉर्चर करके इस हालत में पहुंचा दिया है ? क्या सनोज मिश्रा को किसी ने फिजिकल रूप से चोट पहुंचाने का काम किया है ? आखिर वे मानसिक रूप से अस्वस्थ कैसे हो गए ? इन कई सवालों को जेहन में समेटे हुए द्युति मिश्रा सनोज मिश्रा को लेकर लखनऊ के लिए निकल गईं। अब उन्होंने कहा है कि इस पूरे मामले में कब और कैसे क्या हुआ सनोज जल्द ही एक दो दिनों में स्वस्थ होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सबको बताएंगे । फिलहाल सनोज मिश्रा की बरामदगी को लेकर वे काफी खुश दिखीं और इस मामले में स्वतः संज्ञान लेने के लिए कंगना रनौत, गृह मंत्रालय , श्री अमित शाह और उत्तरप्रदेश पुलिस का धन्यवाद किया और कहा कि हम जल्द ही इस मामले को लेकर प्रेस के माध्यम से सबको बताएंगे , जिन्होंने मदद किया उनके बारे में भी बताएंगे और जिन्होंने परेशान किया उनके बारे में भी बताएंगे । हाल फिलहाल यह सारी जानकारी फ़िल्म प्रचारक संजय भूषण पटियाला ने दिया।

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