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नवदिवसीय श्रीराम कथा में राम जन्म की कथा का मंचन

The story of Ram's birth is staged in the nine-day long Shri Ram Katha
 
The story of Ram's birth is staged in the nine-day long Shri Ram Katha
बलरामपुर। जनकपुर स्थित महामुक्तेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित नवदिवसीय श्रीराम कथा में युवा संत सर्वेश जी महाराज द्वारा सुनाई जा रही कथा से श्रद्धालु भाव-विभोर हो रहे हैं। पांचवे दिन की कथा में संत सर्वेश जी महाराज ने भगवान विष्णु के राम अवतार धारण करने की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने तुलसीदास रचित रामचरितमानस के प्रसंग "भय प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी..." का सजीव वर्णन करते हुए बताया कि जब-जब अधर्म बढ़ता है और असुर प्रवृत्ति प्रबल होती है, तब-तब भगवान अवतार लेते हैं।

उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु ने राजा दशरथ के घर में श्रीराम के रूप में जन्म लिया, जिससे पूरे अवध में हर्ष और उल्लास का माहौल बना। माता सुमित्रा को दो पुत्र और माता कैकेई को एक पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इस शुभ अवसर पर पूरे अवध में बधाइयां गूंज उठीं। संत ने "अंगने में बधाइयां बाजे..." भजन का उल्लेख करते हुए भक्ति रस में सबको सराबोर कर दिया।

इस कथा आयोजन में पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। जिला प्रचारक जितेंद्र, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अध्यक्ष विवेक गोयल, सीएचसी तुलसीपुर अधीक्षक विकल्प, समाज सेवी राधेश्याम समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे और कथा का आनंद लिया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भगवान श्रीराम की महिमा को सुना और भजन-कीर्तन में भाग लिया।

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