आपके संस्थान के लिए आपके पूर्व छात्रों से बेहतर कोई एंबेसडर नहीं है
सहायक और लगनशील पूर्व छात्रों के होने से एक विशाल समर्थन प्रणाली बनती है और पूर्व छात्रों और संस्थान के बीच एक सतत् संचार प्रणाली होनी चाहिए। शहर के इस प्रतिष्ठित संस्थान में रविवार दोपहर एक नया माहौल देखने को मिला। हंसमुख चेहरों के साथ प्रसिद्ध अधिवक्ताओं, आईटी विश्लेषकों, प्रोफेसरों और उद्यमियों ने अपने पुराने मित्रों से मिलने के लिए अपने दिल और दिमाग को नियंत्रित करने वाली भावनाओं के साथ अपने विद्यालय की ओर जाने का रास्ता खोज ही लिया। इनका गर्मजोशी से स्वागत किया मोतीलाल मेमोरियल सोसाइटी के महामंत्री तथा विद्यालय के प्रबन्धक राजेश सिंह एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ० आर० के० पाण्डेय ने।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती एवं श्रद्धेय चंद्रभानु गुप्त जी के चित्रों पर पुष्पमाला एवं पुष्प अर्पित कर तथा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। विद्यालय के छात्रों द्वारा मां सरस्वती की आराधना 'हे मां सरस्वती का सुमधुर स्वर से गायन किया गया। 'स्वागतम स्वागतम' स्वागत गीत द्वारा स्वागत किया गया। विद्यालय के संगीत विभाग द्वारा श्रद्धेय चंद्रभानु गुप्त जी को समर्पित विद्यालय का कुलगीत 'जो सफर रुका नहीं' प्रस्तुत किया गया। रंगारंग कार्यक्रम में जूनियर एवं सीनियर वर्ग ने गणेश वंदना गजानन आओ और पहाड़ी नृत्य 'गुलाबी शरारा' तथा अन्य उत्साही कार्यक्रम प्रस्तुत कर समां बांध दिया।
उसके बाद पूर्व छात्र संघ के प्रमुख पूर्व छात्र राकेश भार्गव ने मंच संभाला, उन्होंने बताया कि 'हमें आज 50 साल हो चुके है पर आज भी यहां आकर हम उसी उम्र में आ जाते है कई यादें ऐसी है जो अमिट है। उन्होंने पूर्व छात्र संघ के सदस्यों का परिचय कराया। जिन्होंने इसके बाद अपने संस्मरण साझा किए। बी०वी०एम० पूर्व छात्र संघ हर वर्ष युवा द्वितीय वर्ष के छात्रों को उनकी शैक्षणिक प्रतिभा को पहचान दिलाकर तथा उन्हें उनकी सराहना के प्रतीक के रूप में पुरस्कृत करके प्रोत्साहित करता है। इस वर्ष दसवीं कक्षा 2023-24 के टॉपर मास्टर प्रसुख जैन, अंशिता श्रीवास्तव, कुमारी अन्वेषा चौधरी, मास्टर अभिज्ञान प्रकाश पाण्डेय, मिस शगुन गौतम और बारहवीं कक्षा 2023-24 के टॉपर्स आयुष प्रताप सिंह, मिस कृतिका औदिच्य, दीया अग्रवाल, अनिरुद्ध कुमार, सृष्टि चतुर्वेदी, सौम्या पांडे, हर्षित शर्मा,श्रेष्ठ गुप्ता आदि को सम्मानित किया गया।
यह मीट स्वर्ण पदक से सम्मानित होने के साथ यादगार और उल्लेखनीय था और इस मंच की शोभा बढाई उन पूर्व छात्रों ने जिसमें प्रमुख रूप से शामिल थे। मुरली धर आहूजा, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, राकेश भार्गव, संजीव अग्रवाल, सुयश गुप्ता, दीप्ति जोशी, कर्नल देशराज मिश्रा, कुलभूषण अग्रवाल, सुनील आनंद, जयंत कृष्णा, विजय जैन और अन्य सम्मानित गणों ने इस अवसर पर संस्थान के पूर्व शिक्षकों सरोजिनी कक्कड (पूर्व प्रधानाचार्या) वी० के० अवस्थी, संगीता सिंह, गीता शाह, गीता अग्रवाल, मंजू भटनागर, पुष्पा लोहानी, मनीषा कारकी को उनके पूर्व छात्रों द्वारा आभार के प्रतीक के रूप में सम्मानित करके यादगार बना दिया गया।
सभी की निगाहें तब नम हो गईं जब दिवंगत बी०वी०एम० शिक्षक और पुराने छात्रों का मार्मिक उल्लेख किया गया। वर्ष 2024 में कई दुखद क्षण आए, जब बी०वी०एम० परिवार ने अपनी प्रिय शिक्षिका चंद्रा पांडे और अपने पुराने छात्रों संदीप खरबंदा (वैच-1981), धीरज खन्ना (बैच-1981), अमित गलानी (बैच-1983), दीपक वैश्य (बैच-1988) को खो दिया। इनके लिए शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इसके बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ० आर० के० पाण्डेय ने पूर्व छात्रों को विद्यालय के बदलते बुनियादी ढांचे और छात्रों के कल्याण के लिए हाल के दिनों में उठाए गए सक्रिय कदमों से अवगत कराया। प्रधानाचार्य डॉ० पाण्डेय और स्टाफ ने पूर्व छात्रों को अब जोड़े गए सी०बी० गुप्ता स्पोर्ट्स हब और सी०बी० गुप्ता कॉन्फ्रेंस रूम को दिखाने में बहुत गर्व महसूस किया। उन्होंने स्पोर्ट्स हब में तीरंदाजी, शूटिंग, टेनिस, बैडमिंटन जैसे खेलों में हाथ आजमाते हुए मौज-मस्ती के पल बिताए।
इसके बाद पूर्व छात्रों और बी०वी०एम० स्टाफ ने छात्रावास के डाइनिंग रूम में आयोजित दोपहर के भोजन पर आरामदायक पल साझा किए। पूर्व छात्रों को जलपान के साथ अपने पुराने सहपाठियों और शिक्षकों के साथ फिर से जुड़ने का मौका मिला। पूर्व छात्रों के चेहरों पर उत्साह और खुशी देखना दिल को छू लेने वाला था। पूर्व छात्रों के लिए अपने पुराने दोस्तों से मिलने, एक-दूसरे के साथ नेटवर्क बनाने और नए संबंध बनाने का यह वास्तव में एक अच्छा अवसर था। उनमें से कई लोग अपने पूर्व सहपाठियों और शिक्षकों के साथ तस्वीरें क्लिक करते और दिन की यादों को संजोते देखे गए। इस कार्यक्रम ने भावनाओं का मिश्रण भर दिया क्योंकि पूर्व छात्रों ने पुरानी यादों और सौहार्द की लहर का अनुभव किया। वार्षिक पूर्व छात्र मिलन एक बड़ी सफलता थी,
क्योंकि इसने पूर्व छात्रों को अपने अल्मा मेटर और एक-दूसरे के साथ फिर से जुड़ने का मौका प्रदान किया। यह कार्यक्रम न केवल स्कूल की विरासत का उत्सव था, बल्कि यह पूर्व छात्रों के लिए नेटवर्क बनाने और विभिन्न तरीकों से स्कूल को कुछ वापस देने का अवसर भी था। प्रधानाचार्य डॉ पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा "एलुमनी मीट उन पूर्व छात्रों के लिए एक अवसर है जो स्मृतियों को फिर से जोड़ना और ताजा करना चाहते हैं। आपके अनुभवों को सुनकर हमें आने वाली पीढ़ी को एक अच्छी सीख और अनुशासनबद्ध करने का हौसला मिलता है।"