न्यूयॉर्क मेयर पद के उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी ट्रम्प के निशाने पर – क्या राजनीति का चेहरा बदल रहा है?

आज हम एक ऐसे मुद्दे पर बात करेंगे जो अमेरिकी राजनीति में तहलका मचा रहा है। न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी, जो भारतीय मूल के हैं और 2018 में अमेरिकी नागरिक बने, अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निशाने पर हैं। ट्रम्प ने ममदानी को 'कम्युनिस्ट' और 'गैर-कानूनी' बताते हुए उनकी नागरिकता रद्द करने और निर्वासन की धमकी दी है। व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया ने इस विवाद को और हवा दी है। आखिर क्या है पूरा मामला? और इसका न्यूयॉर्क और अमेरिकी राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
"ज़ोहरान ममदानी, 33 साल के डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट, न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी में पूर्व गवर्नर एंड्र्यू क्यूमो को हराकर सुर्खियों में आए। ममदानी युगांडा में जन्मे, भारतीय मूल के हैं, और 7 साल की उम्र में अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क आए। 2018 में वे अमेरिकी नागरिक बने। उनकी नीतियां, जैसे कि रेंट कंट्रोल, मुफ्त चाइल्डकेयर, और न्यूयॉर्क को सैंक्चुअरी सिटी के रूप में बनाए रखना, उन्हें प्रोग्रेसिव वोटर्स के बीच लोकप्रिय बनाती हैं। लेकिन यही नीतियां ट्रम्प प्रशासन और रिपब्लिकन नेताओं के लिए आंखों में चुभ रही हैं।"
1 जुलाई 2025 को, फ्लोरिडा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, राष्ट्रपति ट्रम्प ने ममदानी को 'कम्युनिस्ट लुनियाटिक' कहा और दावा किया कि 'कई लोग कह रहे हैं कि वे अवैध रूप से अमेरिका में हैं।' उन्होंने धमकी दी कि अगर ममदानी ICE की डिपोर्टेशन कार्रवाइयों में हस्तक्षेप करेंगे, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। ट्रम्प ने ये भी कहा, 'हम सब कुछ जांचेंगे।' ये बयान तब आए जब टेनेसी के रिपब्लिकन सांसद एंडी ओगल्स ने ममदानी की नागरिकता रद्द करने की मांग की, ये आरोप लगाते हुए कि ममदानी ने अपनी नागरिकता 'आतंकवाद के समर्थन को छिपाकर' हासिल की।
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने इस मामले पर सवालों का जवाब देते हुए कहा, 'मैंने राष्ट्रपति को ऐसा कहते नहीं सुना, लेकिन अगर ये दावे सही हैं, तो इसकी जांच होनी चाहिए।' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ट्रम्प ममदानी के साथ काम करने को तैयार हैं, लेकिन उनकी 'रैडिकल नीतियां' न्यूयॉर्क को नष्ट कर देंगी।
"इसके जवाब में, ममदानी ने X पर एक बयान जारी किया, जिसमें कहा, 'राष्ट्रपति ने मुझे गिरफ्तार करने, मेरी नागरिकता छीनने, और निर्वासित करने की धमकी दी है, न कि इसलिए कि मैंने कोई कानून तोड़ा, बल्कि इसलिए कि मैं ICE को हमारे शहर को आतंकित करने से रोकूंगा। यह न केवल हमारी लोकतंत्र पर हमला है, बल्कि हर उस न्यूयॉर्कर को चेतावनी है जो चुप नहीं रहेगा।'"
"ममदानी की जीत के बाद, उन पर नस्लवादी और इस्लामोफोबिक हमले तेज हो गए। न्यूयॉर्क यंग रिपब्लिकन क्लब ने उन्हें 'रैडिकल' कहा और उनकी नागरिकता रद्द करने की मांग की। सांसद एंडी ओगल्स ने उन्हें 'लिटिल मोहम्मद' कहकर तंज कसा, और लॉरा लूमर जैसे कमेंटेटर ने दावा किया कि ममदानी के मेयर बनने से न्यूयॉर्क में '9/11 जैसी घटना' हो सकती है।
"ये हमले ममदानी की मुस्लिम पहचान और उनके फिलिस्तीनी अधिकारों के समर्थन से जुड़े हैं। ममदानी ने जवाब में कहा कि ये नफरत भरी टिप्पणियां अमेरिकी राजनीति में इस्लामोफोबिया को दर्शाती हैं।
"ममदानी ने अपनी नीतियों को स्पष्ट करते हुए कहा कि वे न्यूयॉर्क को सस्ता और सुरक्षित बनाने के लिए काम करेंगे, और वे किसी भी तरह के नफरत अपराध, चाहे वह यहूदी-विरोधी हो या इस्लामोफोबिक, के खिलाफ हैं।
"इसके साथ ही, यह मामला अमेरिका में आप्रवासियों और मुस्लिम समुदाय के प्रति बढ़ती असहिष्णुता को उजागर करता है। ममदानी की जीत डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए एक नई दिशा का संकेत हो सकती है, लेकिन यह भी दिखाता है कि प्रोग्रेसिव नेताओं को कितनी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।"
"तो यह है ज़ोहरान ममदानी और ट्रम्प के बीच का ताजा विवाद। यह न केवल एक व्यक्तिगत हमला है, बल्कि अमेरिकी लोकतंत्र और आप्रवासी अधिकारों पर एक बड़ा सवाल है। आप इस बारे में क्या सोचते हैं? क्या ट्रम्प की धमकियां जायज हैं, या यह एक खतरनाक राजनीतिक रणनीति है? अपनी राय कमेंट्स में शेयर करें!