पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा यूपी-112 की 'एक पहल' अभियान का किया शुभारंभ
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पाण्डेय)। मुख्यमंत्री उ०प्र० के निर्देशन में पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा पुलिस मुख्यालय में यूपी-112 की "एक पहल" अभियान का शुभारंभ किया गया।पुलिस महानिदेशक उ०प्र० द्वारा अपने सम्बोधन में कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने में सामुदायिक पुलिसिंग की अहम भूमिका है।
जिम्मेदार नागरिक के रूप में प्रत्येक नागरिक अपने आस-पास की गतिविधियों घटनाओं, दुर्घटनाओं के बारे में समय से पुलिस को सूचना देकर कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने में अपना अहम योगदान दे सकते हैं। यूपी 112 द्वारा 'एक पहल" अभियान की शुरूआत की गयी है. जिसमें पुलिस को सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जायेगी। इस अभियान से अपराध पर नियंत्रण के साथ उन पीड़ितों को त्वरित सहायता पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी, जो अपनी सहायता के लिए पुलिस को किसी कारणवश बुलाने में उस समय असमर्थ हैं। समाज को भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास होगा। पुलिस और आम जनमानस के बीच की दूरी कम होगी और सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश को और अधिक सुरक्षित बनाने में सफलता मिलेगी।
पीड़ितों की समय से मदद और अपराध की रिपोर्ट करने के लिए यूपी-112 ने सामुदायिक पुलिसिंग हेतु जन-जागरुकता अभियान 'एक पहल' की शुरूआत की है। इसके तहत लोगों को दूसरों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस मौके पर अपर पुलिस महानिदेशक-112 ने कहा कि दुर्घटनाओं में घायलों की समय पर मदद करके जान बचाई जा सकती है। आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने वाले सजग व सतर्क नागरिक किसी घटना या संदिग्ध की समय से सूचना देकर कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में बहुमूल्य योगदान कर सकते हैं। यूपी-112 पर कॉल करके सभी आकस्मिक सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं।
लेकिन आमजन में व्याप्त उदासीनता के कारण लोग इससे वंचित रह जाते हैं। इसे दूर करने के लिए यूपी-112 की तरफ से 'एक पहल' अभियान की शुरूआत की गई है। इसके तहत सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें यूपी-112 लोगों को विभिन्न माध्यमों से बताएगी कि किस तरह सजग नागरिक की भूमिका में वह पुलिस के साथ कदम मिलाकर चल सकते हैं। दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए कैसे समय पर पुलिस को सूचना देने के साथ उन्हें अस्पताल पहुंचाना है। संदिग्ध व्यक्ति, वाहन की सूचना पुलिस को तत्काल देकर किसी बड़े अपराध के कारित होने से पहले रोकना, सामुदायिक या दो समूह वर्ग में विवाद की स्थिति उत्पन्न होने की जानकारी देकर उसे रोकना जैसे प्रयासों से लोगों को अवगत कराया जा रहा है। यह अभियान आकस्मिक परिस्थितियों में दूसरों की मदद करने की ओर व्यक्ति को प्रेरित करेगा। साथ ही ऐसे सभी कॉलर की पहचान गोपनीय रखी जायेगी।