यूपी पीएसी स्थापना दिवस 2025: मुख्यमंत्री योगी बोले , अनुशासन, शौर्य और समर्पण की प्रतीक है पीएसी

UP PAC Foundation Day 2025: Chief Minister Yogi Adityanath said – PAC is a symbol of discipline, valor, and dedication.
 
यूपी पीएसी स्थापना दिवस 2025: मुख्यमंत्री योगी बोले , अनुशासन, शौर्य और समर्पण की प्रतीक है पीएसी

लखनऊ | 17 दिसंबर 2025  :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश प्रादेशिक आर्म्ड कॉन्स्टेबुलरी (UP PAC) के 78वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों और पीएसी के जवानों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि पीएसी बल का इतिहास अनुशासन, साहस, त्याग और कर्तव्यनिष्ठा से परिपूर्ण रहा है और प्रदेश सरकार इसके जवानों की सुविधाओं, संसाधनों और सम्मान को लगातार बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री आज लखनऊ में आयोजित पीएसी स्थापना दिवस समारोह-2025 का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्हें पीएसी जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उन्होंने पीएसी बल द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन भी किया।

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को मिला सम्मान

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने

  • सर्वश्रेष्ठ वाहिनी,

  • सर्वश्रेष्ठ बाढ़ राहत दल,

  • उत्कृष्ट खिलाड़ी,

  • बेस्ट पुलिस मॉडर्न स्कूल,

  • तथा मेधावी छात्र-छात्राओं
    को सम्मानित किया।

उन्होंने कहा कि कानून का राज स्थापित होने से ही प्रदेश में सुरक्षा, शांति, निवेश और विकास का वातावरण बना है, जो नए उत्तर प्रदेश की नींव है।

आंतरिक सुरक्षा से लेकर आपदा प्रबंधन तक अहम भूमिका

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसी बल प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी आंतरिक सुरक्षा, कानून-व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, त्योहारों, वीवीआईपी सुरक्षा और चुनावों के शांतिपूर्ण आयोजन में अग्रिम मोर्चे पर कार्य करता रहा है। इसके साथ ही यह बल एटीएस, एसटीएफ, यातायात, प्रशिक्षण संस्थानों और आरटीसी जैसी जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभा रहा है।उन्होंने 2001 के संसद हमले और 2005 के श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या पर हुए आतंकी हमले के दौरान पीएसी जवानों के असाधारण साहस और वीरता को भी याद किया।

भर्ती, पदोन्नति और संसाधनों में बड़ा विस्तार

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने पीएसी की 46 कंपनियों को पुनर्जीवित किया है। बल को अत्याधुनिक हथियारों, दंगा नियंत्रण उपकरणों और अपडेटेड प्रशिक्षण प्रणाली से सुसज्जित किया गया है।

अब तक

  • 41,893 आरक्षियों और

  • 698 प्लाटून कमांडरों
    की भर्ती की जा चुकी है, जबकि हजारों पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है।

सेवाकाल में शहीद या दिवंगत जवानों के 454 आश्रितों को नौकरी दी गई है। साथ ही हजारों कर्मियों को पदोन्नति का लाभ मिला है।

महिला सशक्तिकरण और आवासीय सुविधाएं

महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए पीएसी में तीन महिला बटालियनों का गठन किया जा रहा है। इसके अलावा महिलाओं की भर्ती, आवासीय बैरकों के निर्माण, कैंटीन सुविधा और पुलिस मॉडर्न स्कूलों के विस्तार पर भी तेजी से काम हो रहा है।प्रदेश में वर्तमान में 31 पुलिस मॉडर्न स्कूल संचालित हैं, जिनमें पहली बार ‘बेस्ट परफॉर्मेंस PMS’ का चयन किया गया।

खेलों में पुलिस बल का शानदार प्रदर्शन

मुख्यमंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पुलिस बल को प्रोत्साहित करने के लिए 02 प्रतिशत पद कुशल खिलाड़ियों के लिए आरक्षित किए गए हैं। अब तक 480 खिलाड़ियों की भर्ती हो चुकी है।खेल बजट को बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किया गया है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। वर्ष 2025 में प्रदेश पुलिस टीम ने

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 14 स्वर्ण, 2 रजत और 3 कांस्य,

  • जबकि राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 94 स्वर्ण, 70 रजत और 111 कांस्य पदक अर्जित किए।

मॉडर्न पुलिसिंग और साइबर सुरक्षा पर जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉडर्न पुलिसिंग, साइबर थाना और साइबर सेल आज यूपी पुलिस की पहचान बन चुके हैं। प्रदेश में

  • 12 अत्याधुनिक फॉरेंसिक लैब्स बन चुकी हैं

  • और 6 नई लैब्स निर्माणाधीन हैं।

सेफ सिटी प्रोजेक्ट, यूपीएसएसएफ की तैनाती और पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम जैसे सुधारों से प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हुई है।

राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत आयोजन

कार्यक्रम में पीएसी जवानों द्वारा मलखंभ, जिम्नास्टिक, हथियार ड्रिल, पीटी डिस्प्ले और बैंड प्रस्तुति दी गई। ‘वंदे मातरम्’ की संगीतमय प्रस्तुति ने माहौल को राष्ट्रभक्ति से भर दिया। इस अवसर पर समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, एडीजी पीएसी डॉ. रामकृष्ण स्वर्णकार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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