मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में सोवा रिग्पा मेडिकल कॉलेज, संगीत पाथवे और राहत शिविर का किया निरीक्षण
Chief Minister Yogi Adityanath inspected Sowa Rigpa Medical College, Music Pathway and Relief Camp in Varanasi
Fri, 18 Jul 2025
वाराणसी, जुलाई 2025 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वाराणसी दौरे के दौरान कई अहम स्थलों का निरीक्षण किया और विकास कार्यों की समीक्षा की। अपने भ्रमण के दौरान उन्होंने सारनाथ स्थित केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान परिसर में नव-निर्मित सोवा रिग्पा मेडिकल कॉलेज का अवलोकन किया। साथ ही सलारपुर में बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित करते हुए राहत शिविरों में आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
राहत शिविरों में व्यवस्थाओं को लेकर सख्त निर्देश
सलारपुर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत शिविरों में रह रहे लोगों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने साफ-सफाई, चिकित्सा, भोजन और स्वच्छ पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
श्री काशी विश्वनाथ और श्री कालभैरव मंदिर में पूजन
अपने वाराणसी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और श्री कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन कर प्रदेश की समृद्ध परंपरा को नमन किया।
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प्राचीन तिब्बती चिकित्सा पद्धति पर आधारित आधुनिक अस्पताल
मुख्यमंत्री द्वारा निरीक्षण किया गया सोवा रिग्पा मेडिकल कॉलेज एक अत्याधुनिक चिकित्सा संस्थान है, जो भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयास से ₹93 करोड़ की लागत से निर्मित हुआ है। यह संस्थान 100 बेड की सुविधाओं से युक्त होगा और इसमें निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध होंगी
- 6 कन्सल्टेंट रूम
- आधुनिक इमरजेंसी, ICU और ऑपरेशन थिएटर
- इनडोर थेरेपी, फार्मेसी, कक्षा कक्ष, लाइब्रेरी, म्यूज़ियम
- लैब, हर्बेरियम, नक्षत्र शाला सहित अनेक सहायक विभाग
सोवा रिग्पा एक प्राचीन और वैज्ञानिक तिब्बती चिकित्सा प्रणाली है, जो तिब्बत, मंगोलिया, चीन, नेपाल, रूस और भारत सहित कई देशों में प्रचलित है। इस प्रणाली के अंतर्गत लगभग 8000-10000 चिकित्सा ग्रंथ प्रकाशित हुए हैं और यह पद्धति क्लीनिकल अनुभव पर आधारित है।
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बनारसी संगीत को समर्पित "संगीत पाथवे" का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने शिवपुर स्थित संगीत पाथवे का भी स्थल निरीक्षण किया, जो कि फुलवरिया तिराहा से केन्द्रीय कारागार की दीवार के समानांतर लगभग 1.5 किलोमीटर लंबा और 15 फीट चौड़ा है। इस पाथवे पर बनारस घराने के विख्यात संगीतज्ञों के चित्र और उनके जीवनवृत्त अंकित किए गए हैं।
यह पाथवे 90% तक पूर्ण हो चुका है और इसे संगीत संस्कृति को समर्पित एक अनूठी पहल माना जा रहा है। यहां शहनाई, तबला जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्र भी सजाए गए हैं, जो इसे एक जीवंत सांगीतिक अनुभव बनाते हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस निरीक्षण के दौरान जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टांप एवं न्यायालय शुल्क मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविंद्र जायसवाल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
