उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ने एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का निरीक्षण कर दिए अहम निर्देश

ANTF को धार देने के लिए दिए गए प्रमुख निर्देश
प्रशासनिक सुदृढ़ीकरण
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ANTF थानों के क्षेत्राधिकार का विस्तार किया जाए।
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स्पेशल कोर्ट की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत किया जाए।
ऑपरेशनल समन्वय और अभियान एकीकरण
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प्रदेश में चल रहे सभी नारकोटिक्स अभियानों के बीच समन्वय सुनिश्चित किया जाए।
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एक साझा और समेकित डाटाबेस तैयार कर सभी अभियानों को आपस में जोड़ा जाए।
राष्ट्रीय और अंतरराज्यीय समन्वय
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NCB, FIU और अन्य खुफिया एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल विकसित किया जाए।
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पूरे प्रदेश में व्यापक ऑपरेशन चलाकर प्रभावशीलता में बढ़ोतरी सुनिश्चित की जाए।
रिकवरी में वृद्धि
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नशीले पदार्थों की जब्ती की मात्रा में निरंतर बढ़ोतरी सुनिश्चित हो।
साइबर निगरानी और डार्क वेब पर नियंत्रण
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गुणवत्तापूर्ण खुफिया सूचनाओं के संकलन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
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डार्क वेब और डिजिटल नेटवर्क्स पर निगरानी तेज की जाए, जहां से नशे की तस्करी को संचालित किया जा रहा है।
वित्तीय समन्वय और डाटाबेस निर्माण
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मादक पदार्थों से जुड़ी वित्तीय लेनदेन एजेन्सियों के साथ समन्वय स्थापित किया जाए।
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मुख्यालय स्तर पर विस्तृत वित्तीय डाटाबेस तैयार किया जाए, जिसमें संगठित नशा तस्करी नेटवर्क की जानकारियाँ समाहित हों।
🔹 ANTF को बनाएंगे यूपी पुलिस की सबसे धारदार मारक इकाई
निरीक्षण के दौरान पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने स्पष्ट रूप से कहा कि ANTF को केवल एक कार्यरत इकाई के रूप में नहीं, बल्कि नशे के खिलाफ लड़ाई में यूपी पुलिस की सबसे प्रभावशाली मारक शक्ति के रूप में विकसित किया जाएगा।
🔹 निरीक्षण में प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
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एस.के. भगत – अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध
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अब्दुल हमीद – पुलिस महानिरीक्षक, ANTF
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चक्रेश मिश्रा – पुलिस अधीक्षक, ANTF
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राजेश कुमार श्रीवास्तव – पुलिस अधीक्षक, ANTF
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एन. रविन्दर – जीएसओ
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अन्य अधिकारीगण व ANTF स्टाफ