उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: NDA की रणनीति क्या है और कब होगा उम्मीदवार का ऐलान?
आज हम बात करने जा रहे हैं india के vice presidential election 2025 को लेकर National Democratic Alliance यानी एनडीए की ताजा रणनीति के बारे में। हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है कि एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को चुनने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है और जल्द ही उम्मीदवार के नाम का ऐलान हो सकता है। आखिर क्या है एनडीए की रणनीति ? कब होगा उम्मीदवार का ऐलान ? और इस बार विपक्ष क्या करने वाला है? इस वीडियो में हम आपको सारी डिटेल्स बताएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं, और अगर आपको हमारा कंटेंट पसंद आता है तो वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें
vice presidential election की बात तब शुरू हुई जब मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर यह कदम उठाया, जिसके बाद से ही यह पद खाली है। भारत के संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति का कार्यकाल 5 साल का होता है, लेकिन अगर बीच में इस्तीफा हो जाए तो नया उपराष्ट्रपति पूरा 5 साल का कार्यकाल पूरा करता है। इस बार उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर 2025 को होना तय हुआ है, और नामांकन की आखिरी तारीख है 21 अगस्त।
एनडीए ने इस चुनाव के लिए अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए हाल ही में एक अहम बैठक की, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू जैसे बड़े नेता शामिल थे। बैठक में common consent से यह फैसला लिया गया कि उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। किरेन रिजिजू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम मोदी और नड्डा जो भी नाम तय करेंगे, उसे एनडीए के सभी सहयोगी दल स्वीकार करेंगे।
इसके साथ ही, एनडीए ने अपने सांसदों को वोटिंग process के लिए ट्रेनिंग देने का भी फैसला किया है, क्योंकि उपराष्ट्रपति का चुनाव secret ballot के जरिए होता है और इसमें कोई party whip लागू नहीं होता। एनडीए यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वोटिंग के दौरान कोई गलती न हो और उनके सांसदों के वोट वैध रहें।
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए अपने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम का ऐलान 17 अगस्त 2025 को कर सकता है। दरअसल, एक पोस्ट में दावा किया कि बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में इस तारीख को उम्मीदवार का फैसला होगा, जिसमें एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। हालांकि, कुछ और sources का कहना है कि यह ऐलान 15 अगस्त के बाद या 21 अगस्त को नामांकन के आखिरी दिन भी हो सकता है। यह तय है कि एनडीए इस बार कोई मजबूत और भरोसेमंद उम्मीदवार उतारेगा, जो पीएम मोदी के करीबी माने जाते हों।
एनडीए की situation इस चुनाव में काफी मजबूत है। लोकसभा में एनडीए के पास 542 में से 293 सांसदों का समर्थन है, और राज्यसभा में 240 में से 129 सांसद उनके साथ हैं। अगर नामित सांसद भी वोट करते हैं, तो एनडीए के पास कुल 422 वोट हो सकते हैं, जबकि जीत के लिए 394 वोट चाहिए। यानी, एनडीए का उम्मीदवार आसानी से जीत सकता है। इसके अलावा, शिवसेना , जेडीयू, और टीडीपी जैसे सहयोगी दलों ने भी एनडीए के उम्मीदवार को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
विपक्षी गठबंधन, यानी इंडिया ब्लॉक, भी इस चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, उनके पास जरूरी संख्या बल नहीं है, लेकिन वे इस चुनाव को symbolic form से लड़ना चाहते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर सवाल उठाए और कहा कि इसमें कुछ और बात हो सकती है। विपक्ष जल्द ही अपने उम्मीदवार पर चर्चा शुरू करेगा, लेकिन एनडीए की मजबूत स्थिति को देखते हुए उनकी जीत मुश्किल लग रही है।
एनडीए इस बार एक ऐसे उम्मीदवार को चुन सकता है जो बीजेपी का हो और पीएम मोदी के विश्वासपात्रों में शामिल हो। कुछ X पोस्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि जेपी नड्डा खुद इस पद के लिए उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन यह अभी सिर्फ अफवाह है। असल में क्या होगा, यह 17 अगस्त को साफ हो सकता है। तब तक सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हैं, और सभी की नजर इस बड़े ऐलान पर टिकी है।
तो अब आप बताइए कि एनडीए का अगला उपराष्ट्रपति उम्मीदवार कौन हो सकता है? क्या विपक्ष इस बार कोई बड़ा सरप्राइज देगा ? और क्या आपको लगता है कि यह चुनाव भारतीय राजनीति में कोई बड़ा बदलाव लाएगा ? अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें।
