ऑटोमोबाइल, बैंकिंग सहित अन्य क्षेत्रों की गतिविधियों से लाभान्वित होंगे दर्शक महारनपुर के फर्नीचर एव भदोही के कालीन बनेगे आकर्षण के केंद्र
भारत के समस्त राज्यों एवं 8 केन्द्र शासित प्रदेशों चंडीगढ़, दिल्ली और पांडिचेरी की कला संस्कृति, पर्यटन, हस्त शिल्प, देशी उत्पाद, वस्त्र, फर्नीचर, मसाले, हैण्डलूम हैण्डी क्राफ्ट, आटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रनिक, बैंकिंग, के स्टाल आकर्षण का केन्द्र होंगे।
संस्था के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया बताया कि प्रगति भारत महोत्सव में केंद्र सरकार के वस्त्र मंत्रालयहैण्डीक्राफ्ट, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उ.प्र. और नाबार्ड की सहभागिता के साथ उत्तर प्रदेशसरकार के हस्तशिल्प विपणन प्रोत्साहन योजना भी फलीभूत होगी। इसके अलावा विशेष रूप से सिंपला, कोको पेंट, क्रिमिका,मागों, राज-रतन कम्पनियो का स्टाल भी महोत्सव की शोभा बढ़ायेगे।
श्री सिंह ने बताया कि संस्था के फेसबुक सहित इंस्टा स्टूडियो के माध्यम से देश विदेश के लोगों को प्रगति भारत महोत्सव से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा महोत्सव से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए प्रगति भारत महोत्सव के फेसबुक लिंक
का प्रयोग सजीव प्रसारण के लिए किया जायेगा।प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एन.वी. सिंह ने बताया कि प्रगति भारत महोत्सव-2024 में भारत के विभिन्न क्षेत्रो में उल्लेखनीय योगदान देने वाली अनेक विभूतियों को प्रगति भारत महोत्सव रख सम्मान से सम्मानित किया जायेगा, जिसमें सभी वर्गों को शामिल किया जायेगा।
श्री एन.बी. सिंह ने बताया कि प्रगति भारत महोत्सव-2024 की सांस्कृतिक संध्या में रोजाना भारत के विभिन्न राज्यों और के लोक नृत्य और लोक गायन के कार्यक्रम जैसे उत्तर प्रदेश का ख्याल नृत्य, रास नृत्य, झूला नृत्य, मयूर नृत्य, राजस्थान का घूमर नृत्य, पंजाब का गिद्दा-भांगड़ा, हरियाणा का झूमर नृत्य, बिहार का जाट जाटिन नृत्य, झारखंड का फगुआ नृत्य, महारास्ट्र का लावणी नृत्य, गुजरात का गरबा नृत्य के साथ अन्य राज्यों के लोक नृत्य और लोक गायन के कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा कवि सम्मेलन, मुशायरा, जादू, कठपुतली, बिरहा और आल्हा के कार्यक्रम होंगें।एन वी सिंह ने बताया कि प्रगति भारत महोत्सव में बच्चों और युवाओं के लिए आकर्षक झूलों के साथ घोड़े और ऊँट को सवारी की भी व्यवस्था की गई है। लोगों की सुरक्षा के लिए पूरे महोत्सव परिसर और परिसर के बाहर हर स्थान पर सुरक्षा की दृष्टि से सी सी टीवी कैमरे लगाये जायेगे। महोत्सव के सभी प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर और सुरक्षा गार्डों द्वारा सघन जांच के बाद ही लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी। इसके अलावा महोत्सव स्थल पर अस्थाई पुलिस चौकी भी प्रशासन के सहयोग से होगी।