विश्व मानवाधिकार दिवस 2025 : मानवाधिकार जागरूकता, गाँव, किसान, महिलाएँ और बच्चे,सबके अधिकार, सबकी आवाज़”
कैप्टन मनोज कुमार सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष (मानवाधिकार), राष्ट्रीय युवा वाहिनी – नेशनल वालंटियर भाजपा
Thu, 11 Dec 2025
दिनांक: 10 दिसंबर 2025
स्थान: नई दिल्ली
हर वर्ष 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है, ताकि यह याद रहे कि मानवाधिकार केवल संविधान में लिखे शब्द नहीं, बल्कि मानव जीवन का मूल तत्व हैं — वे जन्म से प्राप्त अधिकार जिन्हें कोई छीन नहीं सकता।
इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए कैप्टन मनोज कुमार सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष – मानवाधिकार (राष्ट्रीय युवा वाहिनी, नेशनल वालंटियर भाजपा) ने ग्रामीण मानवाधिकार जागरूकता अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है:
> “हर नागरिक अपने अधिकार को जाने, समझे और उसकी रक्षा करने का साहस पाए।”
ग्रामीण भारत को केंद्र में रखकर जागरूकता अभियान
कैप्टन मनोज कुमार सिंह ने कहा भारत के गाँव, किसान, मजदूर बस्तियाँ और ग्रामीण समाज आज भी अपने बुनियादी मानवाधिकारों से अनजान हैं। जब तक ग्रामीण भारत जागरूक नहीं होगा, सच्चा सामाजिक न्याय अधूरा रहेगा।”
अभियान के तहत देश के विभिन्न राज्यों में निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं:
मानवाधिकार जागरूकता शिविर
कानूनी परामर्श कार्यशालाएँ
महिला एवं बाल अधिकार प्रशिक्षण
विद्यालय स्तर पर जागरूकता सत्र
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मानवाधिकारों के प्रमुख स्तंभ
कैप्टन मनोज सिंह के नेतृत्व में चल रहे अभियान में विशेष रूप से इन अधिकारों पर बल दिया गया:
समानता और स्वतंत्रता का अधिकार
शिक्षा एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
सुरक्षित और निष्पक्ष न्याय
सम्मानजनक जीवन और सामाजिक सुरक्षा
महिला एवं बाल सुरक्षा
श्रमिक अधिकार और उचित मजदूरी
भेदभाव, हिंसा और उत्पीड़न से मुक्ति
“अधिकार सरकार की देन नहीं, जन्म से मिली विरासत हैं”
कैप्टन मनोज कुमार सिंह ने आगे कहाहर किसान, हर बच्चा, हर महिला यह समझे कि मानवाधिकार किसी सरकार की कृपा नहीं, बल्कि जन्म से मिले मूल्यवान अधिकार हैं। इन्हीं की रक्षा करना ही सच्चे राष्ट्र निर्माण की पहली शर्त है।”
अभियान का उद्देश्य
ग्रामीण मानवाधिकार जागरूकता अभियान का मूल लक्ष्य है
देश के गाँव–गाँव तक मानवाधिकारों का संदेश पहुँचाना
कमजोर वर्गों को कानूनी सहायता से जोड़ना
समाज में समानता, सुरक्षा, सम्मान और न्याय की भावना स्थापित करना
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समापन संदेश
मानवाधिकार जागरूकता केवल एक अभियान नहीं— यह हमारा राष्ट्रीय संकल्प है।
जब तक अंतिम व्यक्ति सुरक्षित और सम्मानित नहीं होगा, तब तक स्वतंत्रता अधूरी रहेगी।”
— कैप्टन मनोज कुमार सिंह, राष्ट्रीय युवा वाहिनी – नेशनल वालंटियर भाजपा
