प्रदेश में शीतलहर को लेकर योगी सरकार अलर्ट, गरीबों और निराश्रितों के लिए संवेदनशील पहल

शीतलहर के बीच योगी सरकार का राहत अभियान जारी, प्रदेश में अब तक 1247 रैन बसेरे स्थापित
सभी जनपदों में सार्वजनिक स्थलों पर अलाव के लिए 1.75 करोड़ रुपये आवंटित
समस्त जनपदों को कंबल खरीद के आदेश, 75 जनपदों में 1.40 लाख से अधिक कंबल वितरित
 
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लखनऊ,  दिसंबर।  उत्तर प्रदेश में पड़ रही भीषण शीतलहर और घने कोहरे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार पूरी तरह अलर्ट है। आमजन, विशेषकर गरीबों, निराश्रितों और बेघर लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार ने व्यापक और सुनियोजित व्यवस्थाएं की हैं। प्रदेश के सभी जनपदों में रैन बसेरा, अलाव और कंबल वितरण की व्यवस्था को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है, ताकि ठंड से किसी भी नागरिक को परेशानी न हो।

प्रदेश सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शीतलहर के दौरान कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति ठंड से पीड़ित न रहे। जिला प्रशासन, नगर निकायों और संबंधित विभागों को राहत कार्य पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।

रैन बसेरों की व्यापक व्यवस्था

प्रदेशभर में अब तक 1247 रैन बसेरे स्थापित किए जा चुके हैं। इन रैन बसेरों में 9949 जरूरतमंद लोग अब तक आश्रय ले चुके हैं। जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि रैन बसेरों में साफ-सफाई, गर्म पानी, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं।

कंबल वितरण को दी गई प्राथमिकता

शीतलहर से बचाव के लिए कंबल वितरण को सरकार ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। पिछले तीन वर्षों में औसतन 10,65,889 कंबलों की खरीद की गई, जिस पर लगभग 44.38 करोड़ रुपये की औसत धनराशि व्यय हुई है।चालू शीतकालीन व्यवस्था के अंतर्गत सभी जनपदों को 17.55 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की जा चुकी है। 75 जनपदों द्वारा कंबल खरीद के लिए क्रयादेश जारी किए गए हैं। इनमें से 3,78,884 कंबलों की आपूर्ति पूरी हो चुकी है। अब तक 1,40,364 कंबलों का वितरण जरूरतमंदों को किया जा चुका है, जबकि शेष कंबलों का वितरण तेजी से जारी है।

सभी जनपदों में अलाव की समुचित व्यवस्था

ठंड से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की भी व्यापक व्यवस्था की गई है। इसके लिए सभी जनपदों को 1.75 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। जनपदों में प्रतिदिन जलाए जा रहे अलावों की स्थिति की नियमित फीडिंग राहत पोर्टल पर की जा रही है, जिससे शासन स्तर पर सतत निगरानी सुनिश्चित हो सके।

कोहरे को लेकर सतर्कता और अलर्ट

घने कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सरकार तकनीक का भी व्यापक उपयोग कर रही है। राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा सचेत ऐप एवं वेब पोर्टल के माध्यम से अब तक 33.27 करोड़ अलर्ट एसएमएस जारी किए जा चुके हैं। ये संदेश प्रभावित जनपदों के अधिकारियों के साथ-साथ आमजन को भी भेजे गए हैं।

इसके अतिरिक्त यूपीडा, एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी जैसे संबंधित विभागों द्वारा जिलाधिकारियों और जिला पुलिस को ई-मेल के माध्यम से कोहरे से संबंधित अलर्ट लगातार जारी किए जा रहे हैं, ताकि समय रहते आवश्यक एहतियाती कदम उठाए जा सकें। योगी सरकार की यह पहल शीतलहर के दौरान आमजन के प्रति उसकी संवेदनशीलता और जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

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