योगी सरकार की बड़ी पहल: लखनऊ आईटीआई में 19 दिसंबर को भव्य रोजगार मेला, 1000 से अधिक पदों पर भर्ती
लखनऊ | 17 दिसंबर, 2025 उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 'जीरो पावर्टी' (शून्य गरीबी) के लक्ष्य को प्राप्त करने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय की ओर से 19 दिसंबर, 2025 को लखनऊ के अलीगंज स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) में एक दिवसीय विशाल रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है।
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प
प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देशों के अनुरूप, सरकार का उद्देश्य केवल युवाओं को प्रशिक्षित करना ही नहीं, बल्कि उन्हें सम्मानजनक रोजगार दिलाना भी है। प्रदेश के आईटीआई संस्थानों में आयोजित होने वाले ये मेले स्थानीय युवाओं को सीधे बड़ी कंपनियों से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम बन रहे हैं।
रोजगार मेले की मुख्य विशेषताएं
इस मेले में निजी क्षेत्र की कई प्रतिष्ठित कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। मेले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी नीचे दी गई है:
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कुल कंपनियां: 15 प्रतिष्ठित निजी कंपनियां।
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कुल रिक्त पद: 1000 से अधिक।
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शैक्षणिक योग्यता: आईटीआई, डिप्लोमा, हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी।
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वेतनमान: ₹10,000 से लेकर ₹25,000 प्रतिमाह तक (पदों के अनुसार)।
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अतिरिक्त सुविधाएं: ईएसआई, पीएफ, कैंटीन और ट्रांसपोर्ट आदि।
'जीरो पावर्टी' अभियान पर विशेष ध्यान
आईटीआई अलीगंज के प्लेसमेंट अधिकारी एम. ए. खान के अनुसार, इस बार जीरो पावर्टी अभियान के अंतर्गत आने वाले युवाओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। सरकार की कोशिश है कि आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को रोजगार के माध्यम से समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। मेले में शामिल होने वाली सभी कंपनियों के पदों, योग्यता और कार्यस्थल का विवरण जारी कर दिया गया है ताकि अभ्यर्थी अपनी पसंद के अनुसार आवेदन कर सकें।
कैसे शामिल हों?
इच्छुक और पात्र अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे:
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दिनांक: 19 दिसंबर, 2025 को समय पर पहुंचें।
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स्थान: राजकीय आईटीआई अलीगंज, लखनऊ।
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जरूरी दस्तावेज: अपने सभी शैक्षणिक और तकनीकी प्रमाण पत्रों (Original & Photocopy) के साथ उपस्थित हों।
प्रदेश सरकार की इस पहल से न केवल युवाओं को अपने गृह जनपद के आसपास काम करने का मौका मिलेगा, बल्कि इससे 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश' के संकल्प को भी गति मिलेगी।
