यमन के कुछ अस्पताल धन की कमी के कारण हो रहे बंद
सना, 22 सितंबर (आईएएनएस)। यमन के कुछ हिस्सों में अस्पताल और चिकित्सा केंद्र धन की कमी के कारण बंद होने की कगार पर हैं। यह जानकारी वहां के सरकारी अधिकारी ने दी है। अधिकारी ने बुधवार को समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, दक्षिणी क्षेत्रों और संकटग्रस्त उत्तरी प्रांत मारिब में कई सार्वजनिक अस्पताल आने वाले दिनों में स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं देना बंद कर सकते हैं क्योंकि वे वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने संकेत दिया कि, देश के उत्तरी प्रांतों में हौथी मिलिशिया द्वारा नियंत्रित अन्य सार्वजनिक अस्पताल समान बाधाओं का सामना कर रहे हैं।
मंगलवार को, राज्य द्वारा संचालित सबा समाचार एजेंसी ने कहा कि, मारिब में माताओं और बच्चों की देखभाल करने वाले एकमात्र सार्वजनिक अस्पताल ने चेतावनी दी है कि बजट की कमी के कारण सितंबर के अंत में ये बंद हो सकता है, जो अंतरराष्ट्रीय संगठनों की वापसी के बाद इस्तेमाल किया गया था।
यमन 2014 के अंत से गृहयुद्ध में फंसा हुआ है जब ईरान समर्थित हौथी मिलिशिया ने कई उत्तरी प्रांतों पर नियंत्रण कर लिया और सऊदी समर्थित यमनी सरकार को राजधानी सना से बाहर कर दिया।
लंबे युद्ध के परिणामस्वरूप देश की बिगड़ती स्थिति के चलते लगभग 19.7 मिलियन लोगों के पास बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच नहीं है।
वर्तमान में, यमन में केवल 51 प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से काम कर रही हैं और उनमें से अधिकांश में परिचालन विशेषज्ञों, उपकरणों और बुनियादी दवाओं की कमी है।
यमन का मातृ मृत्यु दर दुनियां में सबसे अधिक है।
इसके अलावा, खराब स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के चलते लोग उन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं जिन्हें आमतौर पर ठीक किया जा सकता है।
कोविड-19 महामारी के बाद स्थिति और बिगड़ गई है।
--आईएएनएस
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