All England Open Badminton Championships 2024: Lee Zii Jia को हराकर ऑल इंगलैंड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचे Lakshya Sen
भारतीय खिलाड़ी को पछाड़कर 22-20 से करीबी जीत हासिल की
लक्ष्य अच्छी शुरुआत नहीं कर सके थे। क्योंकि ली एक बहुत ही अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने पहले सेट में भारतीय खिलाड़ी को पछाड़कर 22-20 से करीबी जीत हासिल कर ली थी। लेकिन सेन भी किसी से कम नहीं थे। उन्होंने कड़ा संघर्ष किया और लड़ाई को करीबी बनाए रखा। फिर भी ली ने भारतीय काउंटरर्स से अपने हाथ की दूरी बनाए रखी। लेकिन, जब दूसरे सेट में स्कोर 14-16 से ली के पक्ष में था। तब लक्ष्य ने आक्रामण करना जारी रखा और ली को 21-16 से हराकर दूसरा सेट जीत लिया और गेम टाई कर दिया।
दोनों प्रतियोगियों ने अंतिम सेट में दूरी बना ली। लेकिन अंत में वह सेन ही थे। जिन्होंने विश्व नंबर 10 से बेहतर प्रदर्शन किया और सेट 21-19 से जीतकर गेम अपने नाम कर लिया और अगले दौर में पहुंच गए।1 घंटे 11 मिनट की जीत के बाद। सेन जो वर्तमान में दुनिया में 18वें स्थान पर हैं। उन्होंने ली के खिलाफ अपने करियर रिकॉर्ड को 4-1 से बेहतर कर लिया।2 साल पहले एरेना बर्मिंघम में उपविजेता रहे सेन पिछले कुछ महीनों से कठिन दौर से गुजर रहे थे और उन्हें बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर के पहले दौर में 7 बार हार का सामना करना पड़ा था और आठवीं बार तो वह दूसरे राउंड में ही बाहर हो गए थे।
All England Open Badminton Championships 2024: What is the biggest badminton tournament?
बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप बैडमिंटन का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है। यह एक चैंपियनशिप है जहां खिलाड़ी विश्व चैंपियन के खिताब के लिए खेलते हैं। इस टूर्नामेंट में 5 वर्ग होते हैं। पुरुष एकल, महिला एकल, पुरुष और महिला युगल और मिश्रित युगल।आज लक्ष्य सेन बीडब्ल्यूएफ टूर के लगातार दो हफ्तों में सुपर 750 और सुपर 1000 टूर्नामेंट में लगातार सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। जो दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ बेहद आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।
यह लक्ष्य जनवरी में इंडिया ओपन में निराश खिलाड़ी जैसे बिल्कुल नहीं दिखते हैं। जो स्पष्ट रूप से स्वीकार कर रहे हैं। कि उन्हें अभी भी अपनी नवीनतम हार का सामना करना पड़ा है और भविष्य के बारे में सोचना भी बाकी है। यह लक्ष्य 2022 में ऑल-इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने वाले 20-वर्षीय खिलाड़ी की तरह लग रहे थे। जिन्होंने एंटोनसेन और ली को भी हराया था। नई दिल्ली मे कोच विमल कुमार ने बताया कि कैसे लक्ष्य की समस्याएं शारीरिक से अधिक मानसिक थीं। वह आत्मविश्वास की कमी के कारण कितनी परेशानी में थे। कोच का मानना था कि उनकी स्मस्या हल करने का सबसे अच्छा तरीका ज्यादा सोचना नहीं है। बल्कि बाहर जाकर कुछ जीत हासिल करना है।