आंद्रे रसेल ने कहा इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा, 23 जुलाई को जमैका में खेलेंगे आखिरी मैच

वेस्टइंडीज के मशहूर ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है। रसेल 23 जुलाई 2025 को जमैका के सबीना पार्क में अपने घरेलू दर्शकों के सामने आखिरी बार वेस्टइंडीज की जर्सी में नजर आएंगे। यह मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला होगा। उनके संन्यास की आधिकारिक घोषणा क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) ने भी की है, जिससे क्रिकेट प्रेमियों के बीच भावुक माहौल बन गया है।
 
Andre Russell

15 साल का सफर: धमाकेदार शुरुआत से शानदार विदाई तक

आंद्रे रसेल ने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ गाले में अपने टेस्ट डेब्यू के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। हालांकि उन्होंने सिर्फ एक टेस्ट मैच ही खेला, लेकिन वनडे और टी20 प्रारूपों में उन्होंने अपनी आक्रामक शैली से एक अलग पहचान बनाई। 2011 के विश्व कप में आयरलैंड के खिलाफ उन्होंने वनडे करियर की शुरुआत की।

रसेल का करियर कई यादगार पलों से भरा रहा। 2011 में भारत के खिलाफ एकदिवसीय मैच में नाबाद 92 रनों की तूफानी पारी और उसी सीरीज के पांचवें मुकाबले में चार विकेट लेना उनके बेहतरीन प्रदर्शनों में शामिल है। वे 2016 में वेस्टइंडीज की T20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा भी रहे, जिसे कई प्रतिष्ठित क्रिकेट प्लेटफॉर्म्स ने 'सर्वश्रेष्ठ T20 टीम' के रूप में मान्यता दी।

चोटों से जूझते हुए भी बनाए कई रिकॉर्ड

2019 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने सबसे तेज 1000 वनडे रन पूरे करने का रिकॉर्ड बनाया, लेकिन एक गंभीर घुटने की चोट के चलते टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। टी20 अंतरराष्ट्रीय में भी उनका प्रदर्शन यादगार रहा—2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला अर्धशतक और 2023 में इंग्लैंड के विरुद्ध दो साल बाद वापसी करते हुए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतना, उनकी वापसी की क्षमता को दर्शाता है।

आंकड़े जो रसेल की विरासत को बयान करते हैं

अपने करियर में आंद्रे रसेल ने कुल 141 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। इसमें शामिल हैं:

  • 1 टेस्ट मैच

  • 56 वनडे मैच

  • 84 T20I मुकाबले

उन्होंने कुल 2114 रन बनाए और 132 विकेट अपने नाम किए। रसेल दो बार T20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे—2012 और 2016 में।

रसेल की विदाई: प्रेरणा और सम्मान

संन्यास की घोषणा करते हुए रसेल ने कहा कि वेस्टइंडीज के लिए खेलना उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे इस ऊंचाई तक पहुंचेंगे, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका प्यार और खुद को बेहतर बनाने की भूख उन्हें इस मुकाम तक लायी। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और कोच डैरेन सैमी ने रसेल को 'अगली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा' बताते हुए कहा कि उनकी जीत की चाह कभी कम नहीं हुई।

IPL और फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट में जारी रहेगा जलवा

हालांकि आंद्रे रसेल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं, लेकिन वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) समेत दुनियाभर की टी20 लीगों में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और डेथ ओवरों में गेंदबाजी की क्षमता उन्हें अब भी बेहद मूल्यवान खिलाड़ी बनाती है।

Tags