Hardik Singh vs Dolly chaiwala : इस देश में खिलाडी नही चाय वाले बनिए 

Hardik Singh vs Dolly chaiwala  : In this country, be a tea seller, not a player
Hardik Singh vs Dolly chaiwala : इस देश में खिलाडी नही चाय वाले बनिए 
Hardik Singh vs Dolly chaiwala :  क्रिकेट के अलावा किसी और खेल को ज़रा भी तवज्जो नहीं देते हैं स्पोर्ट्स का मतलब हमने क्रिकेट को ही समझ लिया है. अब सरकार को दोष मत देने लग जाइएगा. सरकार, क्रिकेट को उतना ही महत्व देती है जितना बाकी और खेलों को.भारत के लोग ही क्रिकेट को लेकर बावले हैं‌ इसकी एक वजह ये है कि क्रिकेट का एक मैच बाकि खेलों के मुकाबले ज़्यादा समय तक खेला जाता है, और लोगों का समय अच्छी तरह से गुज़र जाता है.‌ आप जानते ही हैं हमारे देश के ज़्यादातर लोग नल्ले ओ सॉरी मेरा मतलब बेरोज़गार हैं, और बेरोजगारी के इस सितम को क्रिकेट ही थोड़ा बहुत कम कर सकता है.तो बस लगे हुए हैं लोग टीवी पर, मोबाइल पर और ग्राउंड पर.

हार्दिक सिंह हमारी इंडियन हॉकी टीम के एक बेहतरीन खिलाड़ी

क्रिकेट के लिए हमारे इस पागलपन का असर ये हो रहा है कि बाकि और स्पोर्ट्स को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. यहां तक की हॉकी तक को, जो हमारा नेशनल गेम है. ऐसे शायद आपको हमारी बात का यकीन नहीं होगा, चलिए एक एग्जांपल देती हूं आपको., मैंने आपसे शुरुआत में पूछा था ना कि आप हार्दिक नाम के कितने स्पोर्ट्स पर्सनालिटीज़ को जानते हैं.जिसमें एक और सबसे बड़ा नाम हार्दिक पांड्या का है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि हार्दिक सिंह नाम के एक और स्पोर्ट्समैन हैं जो हमारे भारत का मान, दुनिया में उतना ही बढ़ा रहे हैं जितना की हार्दिक पांड्या जी हां, हार्दिक सिंह हमारी इंडियन हॉकी टीम के एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. 

पेरिस ओलंपिक के बाद हुए दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए एक घटना का जिक्र किया

हार्दिक सिंह रिसेंटली अभी एक पॉडकास्ट में पहुंचे हुए थे जहां उन्होंने एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है.उन्होंने पेरिस ओलंपिक के बाद हुए दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए एक घटना का जिक्र किया है. हार्दिक ने बताया कि कुछ फैंस ने डॉली चायवाला के साथ सेल्फी लेने के लिए पेरिस ओलंपिक से ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लौटी टीम इंडिया को नजरांदाज कर दिया था. इस वाकये के बाद वहां मौजूद सभी खिलाड़ियों को काफी शर्मिंदगी महसूस हुई थी.इस खुलासे ने सभी को चौंका दिया है.

पेरिस ओलंपिक में दोबारा मेडल हासिल करने में अहम भूमिका निभाई थी

हार्दिक सिंह इंडियन हॉकी टीम के लिए मिडफील्ड में खेलते हैं और उन्होंने पेरिस ओलंपिक में दोबारा मेडल हासिल करने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने हाल ही में एक पॉडकास्ट पर शिरकत की. इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के साथ हुए बुरे बर्ताव का खुलासा किया... हार्दिक ने कहा कि ‘हरमनप्रीत, मैं, मंदीप के अलावा 5-6 खिलाड़ी एयरपोर्ट पर खड़े थे. डॉली चायवाला भी वहीं थे. लोगों ने उनके साथ सेल्फी के लिए लाइन लगा रखी थी, जबकि हमें कोई पहचान भी नहीं रहा था. हम लोगों को ये बात अजीब लगी और हम एक-दूसरे को घूरने लगे. हार्दिक ने वीडियो में जिन दो खिलाड़ियों का नाम लिया, उनमें से एक भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह हैं. हाल ही में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान उन्होंने करियर का 200वां गोल दागा था. ऐसा करने वाले वो भारत के मात्र तीसरे खिलाड़ी हैं. वहीं पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने उनकी कप्तानी में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्पेन को 2-1 से हराकर लगातार दूसरी ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था.

 चैंपियंस सिर्फ चैंपियंस को ही पहचानते हैं

अब हार्दिक के इस खुलासे के बाद भारतीय टीम की बेइज्जती के लिए देश में ‘रील कल्चर’ को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है..ये रील कल्चर वाली जमात सिर्फ उन्हीं लोगों का महिमा मंडल करती है जो या तो खूबसूरत होते हैं या तो जो बहुत ज़्यादा पॉपुलर होते हैं... अभी हाल ही में पेरिस ओलंपिक में देश के लिए दो मेडल जीतने वाली मनु भाकर को इस जमात ने खूब ग्लैमराइज किया, खूब पॉपुलर किया. उनके टैलेंट को देखते हुए नहीं बल्कि उनकी खूबसुरती को देखकर के. सुनने में ये अजीब ज़रूर लग सकता है लेकिन क्या करें, हकीकत तो यही है. हम इंडियन्स को टैलेंट को पहचानने का शहूर नहीं है और न ही टैलेंटेड परसन की कदर. इसीलिए मैं हार्दिक सिंह और पूरी हॉकी टीम से सिर्फ इतना ही कहना चाहती हूं कि छपरी लोग सिर्फ छपरी को ही पहचानते हैं, और चैंपियंस सिर्फ चैंपियंस को ही पहचानते हैं.आप सब लोग जो हमारे इंडिया को रिप्रेजेंट कर रहे हैं, वो सारे चैंपियंस हैं

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