ICC Champions Trophy : पाकिस्तान टीम के कप्तान बाबर आज़म ने कहा भारत की सोच बड़ी छोटी है
क्रिकेट में खेल भावना का महत्व
बाबर आज़म ने इस बात पर जोर दिया कि क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो देशों के बीच दोस्ती और खेल भावना को बढ़ावा देता है। चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में सभी टीमों का एकसाथ आना सिर्फ खेल के लिए ही नहीं, बल्कि खेल के जरिए आपसी संबंध मजबूत करने के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट हमेशा से ही रोमांचक और विशेष रहा है, और बाबर को उम्मीद थी कि भारत की टीम इस टूर्नामेंट में भाग लेकर खेल भावना को आगे बढ़ाएगी।
खिलाड़ियों की निराशा
बाबर ने अपनी टीम के खिलाड़ियों की ओर से भी निराशा जाहिर की, क्योंकि भारतीय टीम के न आने से एक बेहतरीन क्रिकेट मुकाबला देखने को नहीं मिलेगा। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच हमेशा से ही दर्शकों के बीच खास उत्साह और रोमांच पैदा करते हैं। दोनों देशों के खिलाड़ी भी इन मुकाबलों के लिए खास तैयारी करते हैं, और इस मौके को खो देना सभी के लिए निराशाजनक है। बाबर ने कहा कि ये मुकाबले खिलाड़ियों के करियर के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि इनमें प्रदर्शन करने से उनकी काबिलियत का सही आकलन होता है।
क्रिकेट के भविष्य पर सवाल
भारत के इस फैसले से बाबर आज़म ने क्रिकेट के भविष्य पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर बड़े टूर्नामेंट में इस तरह से किसी देश की टीम नहीं आएगी, तो इससे खेल को नुकसान होगा। चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में सभी प्रमुख टीमों की भागीदारी जरूरी है ताकि क्रिकेट के खेल का विस्तार हो और यह खेल वैश्विक स्तर पर अपनी पकड़ बनाए रख सके। बाबर का मानना है कि खेल से परे राजनीतिक या अन्य मुद्दों को एक तरफ रखकर क्रिकेट को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
फैंस के लिए बड़ा झटका
बाबर आज़म ने भारतीय फैंस के लिए भी अपनी चिंता जताई, क्योंकि क्रिकेट दोनों देशों के प्रशंसकों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं होता। पाकिस्तान में क्रिकेट को लेकर जबरदस्त जुनून है, और भारत-पाक मुकाबले का अपना अलग ही रोमांच होता है। भारतीय टीम के न आने से यह मौका न सिर्फ पाकिस्तानी फैंस, बल्कि भारतीय क्रिकेट प्रेमियों से भी छिन जाएगा। बाबर ने कहा कि खेल के जरिए दोनों देशों के बीच की दूरियों को कम करने का यह एक बेहतरीन अवसर था, जो अब संभव नहीं हो पाएगा।
भविष्य की उम्मीद
हालांकि बाबर आज़म ने निराशा जताई, लेकिन उन्होंने इस बात की भी उम्मीद जताई कि भविष्य में दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधरेंगे और भारत की टीम पाकिस्तान आकर खेलेगी। उन्होंने कहा कि क्रिकेट से बड़ी कोई चीज नहीं होनी चाहिए, और उम्मीद है कि आने वाले समय में दोनों देशों के बीच क्रिकेट के रिश्ते और मजबूत होंगे। बाबर ने अंत में यह भी कहा कि पाकिस्तान की टीम इस टूर्नामेंट में पूरी तैयारी के साथ उतरेगी, और वे अपनी तरफ से हरसंभव कोशिश करेंगे कि यह टूर्नामेंट सफल हो और दर्शकों को बेहतरीन क्रिकेट का अनुभव मिले।