para Badminton World Championships 2024 : पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में Pramod Bhagat नें जीता लगातार तीसरा गोल्ड मैडल

para Badminton World Championships 2024: Pramod Bhagat won third consecutive gold medal in Para Badminton World Championships
para Badminton World Championships 2024 : पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में Pramod Bhagat नें जीता लगातार तीसरा गोल्ड मैडल
para Badminton World Championships 2024: भारत के प्रमोद भगत (Pramod Bhagat) ने एसएल 3 क्लास में इंग्लैंड के डैनियल बेथेल को हराकर थाईलैंड में एनएसडीएफ रॉयल बीच क्लिफ बीडब्ल्यूएफ पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में अपना गोल्ड मैडल जीता।

बेथेल ने जोरदार वापसी करते हुए पहला सेट 21-14 से जीत लिया

इस जीत से प्रमोद नें कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। न केवल वह बीडब्ल्यूएफ पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में लगातार तीन गोल्ड जीतने वाले पहले पैरा-एथलीट बन गए हैं। बल्कि उन्होंने लिन डैन के 5 विश्व चैंपियनशिप के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है। उन्होंने 2009, 2015, 2019, 2022 और 2024 में गोल्ड जीता है। प्रमोद के 3 मैडलों से उनकी संख्या 14 हो गई है। जिसमें सभी क्लास में 6 गोल्ड, 3 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज शामिल हैं। 1 घंटे 40 मिनट तक चला यह मैच काफी लंबा और कड़ा था। जो कि किसी भी पक्ष में जा सकता था। प्रमोद ने गेम की शुरुआत लगातार 5 अंकों के साथ की जिसके साथ उन्होंने अच्छी बढ़त बना ली थी। लेकिन बेथेल ने जोरदार वापसी करते हुए पहला सेट 21-14 से जीत लिया।

दूसरे सेट की शुरुआत भी उसी बहतरीन अंदाज में हुई। लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा। ये मैच लंबा हो गया और दोनों खिलाड़ी ओपनिंग नहीं कर सके। लेकिन उनका डिफेंस शानदार था। किसी तरह प्रमोद ने बेथेल की ओर से गलतियां करवाके दूसरा सेट 21 -15 से जीत लिया।

मैच बराबरी पर होने के कारण आखरी सेट महत्वपूर्ण होने वाला था और प्रमोद ने बेथेल को हराने के लिए एक बार फिर अपनी रणनीति बदल दी। जिससे उन्हें बढ़त मिल गई और उन्होंने 21-14 से लगातार तीसरी चैंपियनशिप जीत ली। गोल्ड मैडल के अलावा प्रमोद ने सुकांत कदम के साथ पुरुष युगल में ब्रॉन्ज और मनीष रामदास के साथ मिश्रित युगल में भी ब्रॉन्ज मैडल जीता।

para Badminton World Championships 2024: What is the full form of BWF para badminton?

जून 2011 से शुरू होने वाले पैरा-बैडमिंटन को बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (बीडब्ल्यूएफ) चलाती है। जून 2011 में डॉर्टमुंड में एक बैठक के दौरान बीडब्ल्यूएफ में शामिल होने के सर्वसम्मत निर्णय तक यह खेल पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (पीबीडब्ल्यूएफ) के द्वारा चलाया था।

उसी पर बात करते हुए प्रमोद भगत ने कहा कि, यह जीत विभिन्न कारणों से उनके दिल में एक बहुत ही खास जगह रखती है। उन्होंने कहा कि, "पहला तो यह कि मैं अपने आदर्श लिन डैन के 5 विश्व चैंपियनशिप के रिकॉर्ड की बराबरी करने में कामयाब रहा हूं और दूसरा यह कि मैं लगातार 3 विश्व चैंपियनशिप बरकरार रखने में सक्षम रहा हूं।"

प्रमोद ने  कहा बेथेल के साथ यह मैच मानसिक और शारीरिक रूप से मेरे लिए सबसे कठिन था

प्रमोद ने समझाया कि, “बेथेल के साथ यह मैच मानसिक और शारीरिक रूप से मेरे लिए सबसे कठिन था। मैं पिछले कुछ महीनों से बेथेल के खिलाफ अच्छा नहीं खेल रहा हूं और यह मेरे ऊपर संदेह करने वालों को गलत साबित करने का समय था। मैच काफी थका देने वाला था और बेथेल ने शानदार खेल दिखाया था। लेकिन किसी तरह मैं जीतने में कामयाब रहा” भारत के सुकांत कदम ने प्रमोद के साथ एकल और पुरुष युगल में 2 ब्रॉन्ज मैडल जीते। दूसरे खिलाड़ियों की बात करें तो सुहास यतिराज ने इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को हराकर एसएल4 क्लास में 21-18, 21-18 से जीत के साथ गोल्ड मैडल जीता।भारत के कृष्णा नागर ने भी एसएल6 ग्रुप में चीन के लिन नेली को करीबी मुकाबले में 22-20 और 22-20 के स्कोर से हराकर गोल्ड मैडल जीता। पुरुष युगल एसयू 5 ग्रुप में चिराग बरेठा और राज कुमार मलेशिया के मुहम्मद फरीज अनुआर और चीह लीक होउ से लड़ते हुए हार गए।

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