सुनील गावस्कर का सख्त संदेश: देश के लिए खेलते समय ब्रेक नहीं, सिर्फ़ समर्पण होना चाहिए

Sunil Gavaskar's strong message: There should be no breaks while playing for the country, there should only be dedication
 
सुनील गावस्कर का सख्त संदेश: देश के लिए खेलते समय ब्रेक नहीं, सिर्फ़ समर्पण होना चाहिए

भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने हाल ही में मौजूदा क्रिकेटरों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उनका स्पष्ट मानना है कि जब कोई खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हो, तो उसे खेल को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए—ना कि बीच-बीच में ब्रेक लेने के बहाने ढूंढने चाहिए।

गावस्कर ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब आप टीम इंडिया की जर्सी पहनते हैं, तो वह किसी छुट्टी का पास नहीं होती। यह आपके कंधों पर देश की उम्मीदों का बोझ होता है, जिसे पूरी ईमानदारी और मेहनत से निभाना चाहिए।

थकान नहीं, जिम्मेदारी ज़रूरी

गावस्कर का मानना है कि अक्सर कुछ दिग्गज खिलाड़ी लम्बे सीज़न के बीच "थकान" या "कार्यभार प्रबंधन" (वर्कलोड मैनेजमेंट) का हवाला देते हुए ब्रेक मांगते हैं। लेकिन उनके अनुसार, यह वही समय होता है जब एक क्रिकेटर खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाकर मैदान पर मिसाल पेश कर सकता है। लगातार खेलना ही फिटनेस और लय बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है।

टीम में बराबरी ज़रूरी

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सिर्फ बड़े नाम या सुपरस्टार टैग की वजह से किसी खिलाड़ी को बार-बार ब्रेक मिलना टीम के अन्य खिलाड़ियों के लिए गलत संदेश देता है। टीम का हर सदस्य मेहनत से जगह पाता है और हर किसी से वही समर्पण अपेक्षित है।

करोड़ों फैंस की उम्मीदें

गावस्कर ने याद दिलाया कि भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं का समंदर है। देशभर के करोड़ों प्रशंसक खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते हैं, और ऐसे में बार-बार आराम की मांग फैंस के लिए निराशाजनक हो सकती है। उनके अनुसार, देश का गौरव सबसे पहले है, और खिलाड़ियों को मैदान पर हर समय वही भावना लेकर उतरना चाहिए।

बड़े मैचों में नहीं खेलना गलत संकेत

गावस्कर ने यह भी कहा कि जब किसी महत्वपूर्ण श्रृंखला या मुकाबले की बारी आती है, तो कुछ खिलाड़ी कार्यभार प्रबंधन का हवाला देकर खुद को टीम से अलग कर लेते हैं। यह तरीका उनके अनुसार सही नहीं है। बड़े खिलाड़ियों को चाहिए कि वे ऐसे समय में आगे बढ़कर नेतृत्व करें, और टीम के बाकी सदस्यों को दिखाएं कि कैसे हर चुनौती को स्वीकार करना चाहिए।

फिटनेस है तो ब्रेक की ज़रूरत नहीं

गावस्कर मानते हैं कि अगर कोई खिलाड़ी सही ट्रेनिंग और फिटनेस रूटीन अपनाता है, तो उसे बार-बार ब्रेक लेने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती। शरीर की देखभाल ज़रूरी है, लेकिन अगर आप फिट हैं, तो फिर मैदान पर लगातार प्रदर्शन देना आपकी जिम्मेदारी बनती है।

खिलाड़ियों के लिए स्पष्ट संदेश

अंत में गावस्कर का यह कहना था कि जब तक आप देश के लिए खेल रहे हैं, तब तक आपका हर प्रयास, हर रन, हर गेंद – सिर्फ़ और सिर्फ़ भारत के लिए होना चाहिए। ब्रेक और छुट्टियों का समय बाद में मिलेगा, लेकिन मैदान पर बिताया हर पल देश की सेवा के बराबर है।

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