Apple Logo Story : क्यों आधा कटा हुआ सेब बना Apple का Logo, वैज्ञानिक के मृत्यु से है सीधा कनेक्शन ||Why is Apple logo a bitten Apple? 

apple logo story : Why Apple's logo became a half-cut apple, there is a direct connection with the death of the scientist || Why is Apple logo a bitten Apple?
क्यों आधा कटा हुआ सेब बना Apple का Logo, वैज्ञानिक के मृत्यु से है सीधा कनेक्शन ||Why is Apple logo a bitten Apple? 
Apple Logo Story  : टेक्नोलॉजी की दुनिया में मोबाइल गैजेट्स की धूम मची हुई है. लगभग हर किसी के पास आज मोबाइल फोन है और मोबाइल में किसी कंपनी की सबसे ज्यादा धूम है तो वह है एप्पल. वर्तमान में वैल्यूएशन के मामले में एप्पल दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. आँकड़ों के आधार पर बात करें तो आज पांच में हर एक व्यक्ति के पास एप्पल का कोई एक प्रोडक्ट मौजूद है. एप्पल की इस कामयाबी के पीछे स्टीव जॉब्स का हाथ है |

 

किसने बनाया एप्पल का लोगो?  

किसने बनाया एप्पल का लोगो?  

. विकिपीडिया के अनुसार, स्टीव जॉब्स ने एक सहयोगी के साथ मिलकर 1 अप्रैल 1976, लॉस अल्टोस, कैलिफ़ोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में एप्पल (Apple) कंपनी की नींव रखी थी  साल 1976 के बाद से एप्पल ने कई कंप्यूटर से लेकर मोबाइल फोन और अब मैकबुक के प्रोडक्ट्स से अपना मार्केट बड़ा किया है. आज के समय में अन्य कंपनियां भी एप्पल की तुलना में कई प्रोडक्ट्स का निर्माण कर रही हैं, लेकिन अभी तक उनका कोई भी प्रोडक्ट एप्पल को टक्कर नहीं दे पाया है. दुनिया भर में कमाई के मामले में एप्पल का दूसरा स्थान है. स्टीव जॉब्स की हर एक मिनट में 3.58 करोड रुपए की कमाई होती है. 

वर्तमान की बात की जाए तो एप्पल कंपनी की नेटवर्थ ट्विटर के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क से भी ज्यादा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एप्पल अपने कस्टमर्स के बीच लोगो (Apple Logo) को भी लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, एप्पल के यूजर्स को हम बता दें कि एप्पल का लोगो, जो आधा कटा हुआ नजर आता है. वह आधा कटा हुआ सेब नहीं बल्कि महान वैज्ञानिक आइज़ैक न्यूटन द्वारा बनाया गया एक डिज़ाइन है. 

आधा कटा हुआ सेब क्यों है एप्पल का लोगो?  

क्यों आधा कटा हुआ सेब बना Apple का Logo, वैज्ञानिक के मृत्यु से है सीधा कनेक्शन ||Why is Apple logo a bitten Apple? 

गुरुत्वाकर्षण बल यानी ग्रेविटेशनल फोर्स के आविष्कारक आइज़ैक न्यूटन ने आधा कटे हुए सेब जैसा एक लोगो डिजाइन किया था. कहा जाता है कि स्टीव जॉब्स और स्टीव वोजनियाक जब एप्पल के नए लोगो की तलाश में थे. तब उन्हें कंप्यूटर के महान वैज्ञानिक एलन ट्यूरिंग का नाम याद आया. आपको बता दें कि एलन ट्यूरिंग एक वैज्ञानिक थे, जिन्होंने विश्व युद्ध के दौरान जर्मन कोड तोड़ने के लिए एक मशीन बनाई थी. 

विश्व युद्ध के बीच ही एलन ट्यूरिंग पर होमोसेक्सुअल होने का आरोप लगाया गया. मालूम हो कि उन दिनों अमेरिका में होमोसेक्सुअलिटी को एक घातक अपराध माना जाता था. एलन की गिरफ़्तारी के बाद उन्हें जेल में साइनाइड लगा हुआ सेब खाने को दिया जाता था. भूखे पेट न रहना पड़े इसलिए वह सेब खा जाते थे. लेकिन एक दिन इसी सेब ने उनकी जान ले ली. उनके शव के पास आधा खाया हुआ सेब पड़ा था. उस आधे सेब पर स्टीव जॉब्स और स्टीव वोजनियाक की नजर पड़ी और उसी को देखते हुए जॉब्स ने एप्पल का लोगो आधा कटा हुआ सेब रखा. 

डिजाइनर ने बताई असली वजह

किसने बनाया एप्पल का लोगो?  

एप्पल के लोगो को लेकर कंपनी के डिजाइनर रॉब जैनिफ ने खुद बताया कि एप्पल का लोगो आधा हुआ कटा क्यों है. उन्होंने कहा कि इस लोगो को बनाने के पीछे उन्होंने यह सोचा था कि एप्पल के लोगो को लोग आसानी से पहचान सके. एप्पल का लोगो अगर पूरा रखते तो लोग उसे चेरी या टमाटर समझ लेते. इसीलिए उन्होंने कटे हुए सेब को बनाया ताकि वह अलग रहे सबसे. लोग महसूस कर सके कि वह इसे खा रहे हैं.

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