काइनेटिक ग्रीन अपने इलेक्ट्रिक 2W और 3W व्यवसाय में तेजी से वृद्धि करने के लिए पैसे का इस्तेमाल करेगी

काइनेटिक ग्रीन अपने इलेक्ट्रिक 2W और 3W व्यवसाय में तेजी से वृद्धि करने के लिए पैसे का इस्तेमाल करेगी
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ/पुणे(आर  एल पांडेय)। भारत की एक अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन (“EV”) निर्माता कंपनी काइनेटिक ग्रीन ने घोषणा की है कि उसने एक अग्रणी वैश्विक प्राइवेट इक्विटी फर्म ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल (“GPC”) से 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश प्राप्त किया है, यह निवेश 40 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल लक्षित सीरीज A फंड को जुटाने का हिस्सा है।

काइनेटिक ग्रीन ने वर्ष 2016 में एक अग्रणी EV OEM के रूप में EV क्षेत्र में प्रवेश किया। कंपनी का नेतृत्व सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी करती हैं, जो फिरोदिया परिवार की तीसरी पीढ़ी की सदस्य हैं, जो काइनेटिक समूह की संस्थापक हैं। काइनेटिक पिछले 50 वर्षों से भारत के ऑटोमोटिव क्षेत्र में एक अग्रणी निर्माता और नवाचार करने वाली कंपनी रही है, इसने काइनेटिक लूना और काइनेटिक हॉन्डा जैसे प्रतिष्ठित वाहनों को बाजार में उतारा है, तथा आज तक इनके 10 मिलियन से ज्यादा वाहन बिक चुके हैं। इस कंपनी को भारत में उत्पादों के डिजाइन, उनके विकास एवं निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हुए, आम जनता के लिए आने-जाने के साधनों को बढ़ावा देने के लिए किफायती कीमतों पर उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकियों (एडवांस ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) को विकसित करने और उसे बाजार में उतारने के लिए जाना जाता है।

भारत में तेजी से बढ़ते EV बाजार में काइनेटिक ग्रीन एक अग्रणी कंपनी के रूप में उभरी है, जिसके पास इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर, इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर और गोल्फ कार्ट जैसे कई उत्पादों की विविधता है। आज तक कंपनी 100,000 से ज्यादा EV बेच चुकी है, जिससे इसकी कुल ₹1000 करोड़ (₹10 बिलियन) से ज्यादा की बिक्री हुई है।

काइनेटिक ग्रीन ने पहली बार बाहरी इक्विटी से फंड जुटाया है, और यह ऐसे समय में आया है जब भारतीय EV बाजार एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। भारत के कुल वाहनों में इलेक्ट्रिक वाहनों ने लगभग 6% की हिस्सेदारी हासिल कर ली है, जिसमें इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर वाहनों को सबसे तेजी से अपनाया जा रहा है और ये इस क्षेत्र में विकास होने के लिए प्राथमिक कारक बन गए हैं। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसका लक्ष्य वर्ष 2030 तक EV की 30% हिस्सेदारी हासिल करना है, जो इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर वाहनों को अपनाने के लिए सरकार की अनुकूल नीतियों से प्रेरित है। काइनेटिक ग्रीन एक स्थापित इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता है, जिसके पास टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर दोनों के लिए एक प्रमाणित EV उत्पाद पोर्टफोलियो, अनुसंधान एवं विकास (R&D), निर्माण तथा वितरण करने की क्षमताएँ हैं। कंपनी इस परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और अगले कुछ वर्षों में तेजी से वृद्धि करने का लक्ष्य रखती है। काइनेटिक ग्रीन अपने डीलरशिप नेटवर्क का विस्तार करने की प्रक्रिया में है तथा कंपनी का लक्ष्य अगले वर्ष 100,000 से अधिक EV बेचने का है।

काइनेटिक ग्रीन इरादा रखती है कि वह इस फंड का इस्तेमाल सुपा (महाराष्ट्र) में स्थित अपनी निर्माण शाखा में उत्पादन बढ़ाने, हाल ही में लॉन्च किए गए ई-लूना सहित अपने मौजूदा उत्पादों के विपणन और वितरण के साथ-साथ नए उत्पादों के अनुसंधान और विकास के लिए करे। काइनेटिक ग्रीन के प्रमुख वाहन ई-लूना को जनवरी 2024 में नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री माननीय नितिन गडकरी की उपस्थिति में लॉन्च किया गया था, तथा यह भारत के EV बाजार में एक नई और विशिष्ट पेशकश है। अपने लॉन्च के बाद से, ई-लूना को भारत के बड़े और छोटे शहरों में लोगों के लिए एक आने-जाने के साधन तथा एक “व्यावसायिक साथी” के रूप में जबरदस्त बाजार प्रतिक्रिया मिली है, जिसे तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स और होम डिलीवरी सेगमेंट के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किया गया है।

भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर वाहनों की बिक्री को बढ़ाने के अलावा, काइनेटिक ग्रीन विशेष रूप से अपने प्रीमियम गोल्फ कार्ट रेंज के लॉन्च के माध्यम से वैश्विक स्तर पर विस्तार करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। ये गोल्फ कार्ट इटली के लेम्बोर्गिनी परिवार के साथ एक विशेष संयुक्त उद्यम के माध्यम से डिजाइन, विकसित और निर्मित किए गए हैं।

GPC ने काइनेटिक ग्रीन में सामान्य इक्विटी शेयर, परिवर्तनीय इक्विटी शेयर और डिबेंचर का संयोजित निवेश किया है। निवेश के हिस्से के रूप में, GPC के भारतीय कार्यालय के प्रबंधन निदेशक और सह-अध्यक्ष श्री नंदन देसाई काइनेटिक ग्रीन के निदेशक मंडल में शामिल होंगे। कंपनी 15 मिलियन अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त फंडिंग जुटाने के लिए अन्य संभावित निवेशकों के साथ सक्रिय रूप से चर्चा कर रही है, जिसे 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

काइनेटिक ग्रीन की संस्थापक और CEO सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी ने GPC द्वारा किए गए निवेश पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि: "ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल के साथ साझेदारी काइनेटिक ग्रीन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। हमारा मिशन हमेशा से ही स्थायी परिवहन में परिवर्तन का नेतृत्व करना और इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाना रहा है। यह निवेश हमें अपनी क्षमताओं को बढ़ाने, शून्य-उत्सर्जन (किसी प्रदूषण का उत्सर्जन नहीं) परिवहन को आगे बढ़ाने और भारत के ऊर्जा परिवर्तन के लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम बनाएगा। जैसे-जैसे भारत अपने 2030 EV लक्ष्यों की ओर बढ़ रहा है, काइनेटिक ग्रीन इस परिवर्तन में एक प्रमुख कारक बनने के लिए अच्छी स्थिति में है।"

GPC के संस्थापक और CEO श्री केतन पटेल ने टिप्पणी की: “भारत का सफल ऊर्जा परिवर्तन विश्व के लिए अपने नेट शून्य उद्देश्यों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है, और चूंकि अगले 4-5 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी, और देश का मध्यम वर्ग तेजी से विस्तार करेगा, इसलिए परिवहन का विद्युतीकरण इस परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण तत्व होगा। काइनेटिक समूह पिछले 50 वर्षों से भारत के ऑटोमोटिव क्षेत्र में नवाचार के मामले में सबसे आगे रहा है और यह काइनेटिक ग्रीन और ई-लूना जैसे उत्पादों के साथ, भारत की विशाल, युवा और बढ़ती आबादी को नवचारयुक्त और महत्वाकांक्षी इलेक्ट्रिक वाहन प्रदान करने के लिए अच्छी स्थिति में है। हम काइनेटिक ग्रीन के साथ साझेदारी करके उनके व्यवसाय को पूरे देश में तेजी से बढ़ाने और भारत में ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए उत्साहित हैं।”

इस लेनदेन के सलाहकारों में वैंटेज कैपिटल एडवाइजर्स, रजनी एसोसिएट्स और ट्राइलीगल शामिल हैं। 


ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल के बारे में

GPC एक अग्रणी अंतरराष्ट्रीय निजी इक्विटी निवेशक है, जो वित्तीय लाभ के साथ-साथ मजबूत विकास प्रभाव प्रदान करने पर केंद्रित है, जिसका संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों पर मापनीय प्रभाव है। इस फर्म की स्थापना वर्ष 2005 में हुई थी और इसने वित्तीय सेवाओं, प्रौद्योगिकी, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा सहित भारतीय अर्थव्यवस्था के मुख्य क्षेत्रों में उच्च-वृद्धि करने वाली कंपनियों में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा की पूंजी का निवेश किया है। GPC ने हाल ही में एनजेन ग्लोबल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, (जो उपयोगिताओं के लिए ऊर्जा संबंधी समाधान प्रदान करने वाली एक अग्रणी वैश्विक प्रदाता है); मुथूट माइक्रोफिन लिमिटेड (जो भारत की सबसे बड़ी माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं में से एक है); नेक्स्टवेव डिसरप्टिव टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड, (जो प्रौद्योगिकी में करियर बनाने के लिए तेजी से वृद्धि करता एक प्रशिक्षण एवं कौशल मंच है) में निवेश किया है।

GPC के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया आगे दिए गए लिंक को खोलें: http://greaterpacificcapital.com

काइनेटिक ग्रीन के बारे में:
काइनेटिक और फिरोदिया ग्रुप का नवीनतम उद्यम काइनेटिक ग्रीन आज भारत के इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में सबसे आगे है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करता है, जिसमें इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर, कार्गो और पैसेंजर (माल वाहन और यात्री वाहन) दोनों शामिल हैं, और हाल ही में काइनेटिक ग्रीन ब्रांड के तहत इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर भी पेश किए गए हैं। इलेक्ट्रिक गोल्फ-कार्ट और बग्गी के लिए, कंपनी ने इटली के विश्व प्रसिद्ध अग्रणी लग्जरी ब्रांड टोनिनो लेम्बोर्गिनी के साथ एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया है।
फिरोदिया परिवार की तीसरी पीढ़ी की सदस्य सुश्री सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी के नेतृत्व में, कंपनी ने 100,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों को सफलतापूर्वक डिजाइन किया, निर्मित किया और उन्हें बेचा तथा लगभग ₹1000 करोड़ की बिक्री की है।

काइनेटिक ग्रीन का लक्ष्य जनता को ग्रीन परिवहन (बिना प्रदूषण का परिवहन) प्रदान करना है। काइनेटिक ग्रीन ने कई उपलब्धियाँ अपने नाम दर्ज की हैं, जिसमें ARAI द्वारा अनुमोदित इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर विकसित करने वाली पहली कंपनी होना तथा भारत में अपने इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर में लीथियम-आयन बैटरी तकनीक पेश करने वाली पहली कंपनी होना शामिल है।

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