शिव पुराण को सुनने के क्या हैं सही नियम
Jul 27, 2024, 12:02 IST
सावन में भगवान भोलेनाथ की महिमा और उनके रहस्यों को समेटने वाले दिव्य ग्रंथ शिव पुराण को सुनने और पढ़ने से पुण्य लाभ होता है, और जीवन के अंत में शिव लोक में प्राप्त होता है. तो चलिए आज शिव पुराण को सुनने के नियम जानते हैं. शिव पुराण के अनुसार, सबसे पहले आपको किसी ज्योतिषी को बुलाकर कथा सुनने के लिए शुभ मुहूर्त पता करना है. शिव पुराण सुनने के लिए मंदिर, घर, वन या तीर्थ स्थान पर उत्तम स्थान का निर्माण करें और कथा प्रारंभ होने से एक दिन पहले व्रत रखना चाहिए. शिव पुराण की कथा प्रारंभ करने से पहले विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए. उसके बाद भगवान शिव और शिव पुराण की पूजा करें.
वहीँ श्रोता तन और मन से शुद्ध होकर कथा सुनें. और जिस व्यक्ति ने गुरु से दीक्षा नहीं ली है, उसे शिव पुराण की कथा सुनने का अधिकार नहीं है. इसलिए कथा सुनने से पहले दीक्षा लेना जरूरी है. कथा सुनने वाले व्यक्ति को ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करना चाहिए. जो गृहस्थ हैं, वे कथा समाप्ति के बाद श्रवण कर्म की शांति के लिए हवन करें. जो संन्यासी हैं, उनको गीत का पाठ करना चाहिए. हवन में आप गायत्री मंत्र या रुद्र संहिता के मंत्रों का उपयोग कर सकते हैं. यदि हवन नहीं कर सकते हैं तो शिव सहस्रनाम का पाठ करें