वोटर लिस्ट विवाद को लेकर क्या बोले ओवैसी

 
1971 की indo-pakistan war के बाद बांग्लादेश से लाखों लोग भारत आए। उस वक्त भारत सरकार ने उन्हें शरण दी। लेकिन आज, बिहार में वोटर लिस्ट से नाम हटाए जाने पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखा सवाल उठाया है!1971 की युद्ध के बाद हिंदुस्तान आए थे, वो आज घुसपैठिए कैसे? अगर ये लोग अवैध थे, तो 2024 के लोकसभा चुनाव में इन्हें वोट देने की इजाजत कैसे मिली?ओवैसी का कहना है कि बिहार में मतदाता सूची से हटाए गए नाम हजारों लोगों के नागरिक अधिकार छीन सकते हैं। अगर किसी का नाम वोटर लिस्ट से हटता है, तो न सिर्फ वोटिंग का हक छिनता है, बल्कि रोजी-रोटी और सरकारी योजनाओं के लाभ भी खत्म हो सकते हैं।ओवैसी ने चेतावनी दी कि जल्दबाजी में नाम हटाने से प्रवासी मजदूरों के सामने जीविका का संकट खड़ा हो सकता है।"क्या वोटर लिस्ट की सफाई सही है, या इससे बेगुनाह लोग परेशान होंगे? इसपर आप की की राय है हमे कमैंट्स में बताए "1971 की indo-pakistan war के बाद बांग्लादेश से लाखों लोग भारत आए। उस वक्त भारत सरकार ने उन्हें शरण दी। लेकिन आज, बिहार में वोटर लिस्ट से नाम हटाए जाने पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखा सवाल उठाया है!
1971 की युद्ध के बाद हिंदुस्तान आए थे, वो आज घुसपैठिए कैसे? अगर ये लोग अवैध थे, तो 2024 के लोकसभा चुनाव में इन्हें वोट देने की इजाजत कैसे मिली?ओवैसी का कहना है कि बिहार में मतदाता सूची से हटाए गए नाम हजारों लोगों के नागरिक अधिकार छीन सकते हैं। अगर किसी का नाम वोटर लिस्ट से हटता है, तो न सिर्फ वोटिंग का हक छिनता है, बल्कि रोजी-रोटी और सरकारी योजनाओं के लाभ भी खत्म हो सकते हैं।ओवैसी ने चेतावनी दी कि जल्दबाजी में नाम हटाने से प्रवासी मजदूरों के सामने जीविका का संकट खड़ा हो सकता है।"क्या वोटर लिस्ट की सफाई सही है, या इससे बेगुनाह लोग परेशान होंगे? इसपर आप की की राय है हमे कमैंट्स में बताए "