क्या अलग-अलग धर्म एक दूसरे से शादी कर सकते हैं | Safe House For Intercaste Marriage
भारत में अंतर धर्म विवाह कितना आम है | What Is A Safe House For Married Couples?
Inter Caste Marriage In Hindi
महाराष्ट्र में कितने अंतर जाति विवाह हैं?
What Is Interfaith Relationships?
हमारी आज की रिपोर्ट बेहद खास है... आपने अक्सर लोगों से सुना होगा या कहीं लिखा देखा होगा कि भारत विविधताओं का देश है... ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां लगभग सभी धर्मों और जातियों के लोग रहते हैं... वैसे इसे थोड़े मुख़्तलिफ़ अंदाज़ में कहें तो हम अलग-अलग धर्मों और जातियों में विभाजित हैं...
धर्म और जाति से बाहर शादी करने वालों के लिए स्वर्ग है ये जगह
भी-कभी यह विभाजन टकराव का कारण भी बन जाता है... आपको शायद मालूम होगा कि दो अलग-अलग धर्मों के लोगों का या दो अलग-अलग जातियों के लोगों का एक दूसरे से शादी करना हमारे देश में सदियों से एक संवेदनशील मुद्दा रहा है... यही वजह है कि हमारे देश में अरेंज मैरिज का कॉन्सेप्ट ज्यादा फॉलो किया जाता है... दूसरी जाति और दूसरे धर्म में शादी करने को सरासर ग़लत माना जाता है और कई जगहों पर तो इसे वर्जित तक रखा गया है... देखा तो यह भी गया है कि किसी और धर्म को मानने वाले से प्यार करने या ऐसे किसी शख्स से शादी करने पर हत्या जैसी संगीन वारदात को भी अंजाम दे दिया जाता है... मजबूरन इस डर से ही दो प्यार करने वाले भी अपने प्यार की कुर्बानी दे देते हैं और अपने घर वालों की बताई गई जगह पर शादी करके अपना संसार बसा लेते हैं... हमारे देश में ऐसे कई ऐसे संगठन हैं जो अंतरजातीय और अंतरधार्मिक विवाह करने वाले जोड़ों को मदद मुहैया कराते हैं... हालांकि, मौजूदा कानूनी और सामाजिक स्थितियों की वजह से अंतर्जातीय या अंतरधार्मिक शादियों की संख्या में काफी कमी आई है... भारत में ऐसे विवाह हमेशा से चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन अब हो रहे भेदभाव और हिंसा की धमकियों की वजह से ऐसे जोड़ों की मदद करना पहले से कहीं ज्यादा मुश्किल हो गया है... लेकिन आज हम आपको महाराष्ट्र की एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां अंतर्जातीय या अंतर धार्मिक विवाह करने वाले जोड़ों को सुरक्षा तो दी ही जाती है, साथ ही उनके रहने और खाने-पीने की भी उचित व्यवस्था की जाती है...

भारत में अंतर धर्म विवाह कितना आम है?
महाराष्ट्र में एक जिला है सतारा... यहां अंध श्रद्धा निर्मलून समिति नाम की एक संस्था है... जो पिछले काफी सालों से अंतर्जातीय और अंतर धार्मिक विवाह करने वाले जोड़ों को अपने सेफ हाउस में जगह दे रही है... जी हां, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति अंतर-जातीय और अंतर-धार्मिक विवाहों को सपोर्ट करने के लिए ये काम कर रही है... अमूमन होता यह है कि इस तरह के विवाह में परिवार के लोग शुरुआत के दिनों में काफी ज्यादा ख़फा रहते हैं, लेकिन धीरे-धीरे सब कुछ नॉर्मल हो जाता है और वह शादी को अपना लेते हैं... इस टाइम पीरियड तक अपने धर्म और अपनी जातियों के बाहर शादी करने वाले जोड़े इनके द्वारा बनाए गए सेफ हाउस में बड़े आराम से रह सकते हैं... अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि क्या बिना किसी जांच पड़ताल के ही किसी भी कपल को यहां आसरा दे दिया जाता है... तो हम आपको बता दे ऐसा कतई नहीं है... लड़कों और लड़कियों दोनों का बकायदा इंटरव्यू लिया जाता है... इसके बाद पुलिस की मदद से उनकी शादी कराने में मदद की जाती है और तब जाकर उन्हें सुरक्षित आश्रय प्रदान किया जाता है... आपको जानकर हैरानी होगी कि इन सारी व्यवस्थाओं के लिए शादी करने आए जोड़ों से ₹1 भी नहीं लिया जाता है... इस समिति का मकसद सिर्फ एक है और वह है समाज में जाति के बंधन को खत्म करना, और इसके लिए विवाह से अच्छा ऑप्शन कोई दूसरा नहीं हो सकता...

गौरतलब है कि अंतरजातीय विवाह उन सामाजिक बाधाओं और रूढ़िवादी विचारों को तोड़ने में मदद करते हैं जो कई पीढ़ियों से समाज में व्याप्त हैं और ज़हर खोलने का काम कर रहे हैं... यकीनन, 'सेफ हाउस' एक सार्थक पहल है जिसे कानूनी जामा पहनाकर हर राज्य के हर शहर में इसका निर्माण कराया जाना चाहिए... आप कि इस पर क्या राय है हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा।
