What is Guaranteed Insurance Plan: गारंटीड इंश्योरेंस प्लान क्या है, कैसे कर सकते हैं निवेश, जानिए पूरी डिटेल

What is Guaranteed Insurance Plan In Hindi

What is Guaranteed Insurance Plan In Hindi
What is Investment Plan In Hindi
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की शुरुआत हो चुकी है। इसके अंत में टैक्स सेविंग के लिए निवेश करने से बेहतर साल की शुरुआत से ही निवेश करना है। जिन लोगों की आय अधिक है यानी 30% टैक्स ब्रैकेट में आते हैं वे टैक्स बचाने के लिए अभी से गारंटीड इंश्योरेंस प्लान में निवेश का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें सालाना प्रति व्यक्ति 5 लाख रुपए निवेश की मैच्योरिटी राशि टैक्स फ्री है। साथ ही इसमें अपने परिजनों के नाम पर भी निवेश कर टैक्स छूट पा सकते हैं। इसके जरिए चार सदस्यों वाला परिवार सालाना 20 लाख रुपए तक के निवेश की मैच्योरिटी राशि पर टैक्स छूट पा सकते हैं।

क्या है गारंटीड इंश्योरेंस प्लान
लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद उसके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। वहीं गारंटीड रिटर्न प्लान ऐसी बीमा पॉलिसियां होती हैं जो बीमा कवर के साथ एक विशिष्ट समय सीमा में निवेश पर 100 फीसदी का गारंटीड रिटर्न प्रदान करती हैं। ये योजनाएं टैक्स फ्री मैच्योरिटी, लाइफ कवरेज जैसे लाभ प्रदान करती हैं। पॉलिसी के मैच्यौर होने के बाद बीमित व्यक्ति को भुगतान प्राप्त होता है, जिसे एकमुश्त, नियमित या आजीवन आय के रूप में प्राप्त किया जा सकता है।

रेगुलर और गारंटीड प्लान में अंतर क्या है?
मान लीजिए किसी पॉलिसीधारक ने 20 लाख रुपए का टर्म प्लान खरीदा। अगर तय समय अवधि के भीतर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में बीमा कंपनियां पॉलिसीधारक के परिवार को पूरे 20 लाख रुपए नहीं देती हैं। बीमा कंपनियां पहले जांच पड़ताल करती हैं और सारा गुणा-भाग करने के बाद प्रभावित परिवार को लंपसम अमाउंट मिलता है। वहीं अगर आपने गारंटी प्लान खरीदा है तो बीमा कंपनी को पूरे 20 लाख रुपए देने होते हैं। पॉलिसीधारक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में आश्रितों को भुगतान किए गए वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना इन-बिल्ट लाइफ कवर मिलता है।

एजेंट को कितना कमीशन मिलता है?
बैंक एफडी और म्यूचुअल फंड की तुलना में बीमा पॉलिसी बेचने पर काफी ज्यादा कमीशन मिलता है। बीमा पॉलिसी पर कमीशन की दर अलग-अलग होती है। गारंटीड इंश्योरेंस प्लान के पहले वर्ष के प्रीमियम पर 40 प्रतिशत तक कमीशन मिलता है। दूसरे साल के बाद यह कमीशन कम होकर 10 से 20 प्रतिशत हो जाता है। जबकि म्यूचुअल फंड के सालाना कॉर्पस पर अधिकतम कमीशन एक प्रतिशत तक है। निवेश सलाहकार बलवंत जैन ने बताया कि बैंक और बीमा कंपनियों से जुड़े लोग आपको वही प्रोडक्ट बेचेंगे जिसमें उन्हें ज्यादा कमाई हो। बैंकरों को गारंटीड इनकम प्लान में बंपर कमीशन मिलता है।
 

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