नींबू और कपूर लगाने से क्या होता है? नींबू और कपूर के 10 फायदे जानिए 

What happens by applying lemon and camphor  Know 10 benefits of lemon and camphor
to
Lifestyle : नींबू को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता  बढ़ाता है। इसके साथ ही नींबू वेट लॉस  में भी सहायक होता है। लेकिन अगर आप नींबू के साथ कपूर का भी उपयोग करेंगे, तो आपको कई लाभ होंगे। नींबू और कपूर का मिश्रण त्वचा और बालों के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। इन दोनों के उपयोग से पेट दर्द और दांत के दर्द में भी आराम मिलता  है |
 

Video : Dressing Rooms में जा कर Rohit Sharma और Virat Kohli से क्या बोले PM Modi

बवासीर में कपूर का उपयोग कैसे करें?

1 . पुराना घुटनों का दर्द और कमर, गर्दन या रीड की हड्डी (मणके) में कोई नस दबी या अकड़ गई है तो वह पूरी तरह से ठीक हो जाएगी, पुराना एड़ी का दर्द भी ठीक हो जाएगा। 

2. इस उपाये से बहुत से लोगों के लाखों रुपए बच सकते हैं। पैर में फटी एड़ियां और डैड स्किन रिमूव हो जाती है और पैर कोमल हो जाते हैं और इसके पीछे जो विज्ञान और आयुर्वेद है |

3.यह उपाय करने के लिए हमें घर में ही उपलब्ध कपूर और नींबू, ये दो चीजें चाहियें। इस उपाय को करने के लिए डेढ़ से दो लीटर गुनगुना पानी लें, जिसका तापमान पैर को सहन होने जितना गरम हो, उसमे आधे नींबू का रस निचोड़े और फिर नींबू को भी उस पानी में डाल दें |

Indian Cricket Team में इस खिलाडी को हुआ चयन ?

 

नींबू के ऊपर कपूर जलाने से क्या होता है?

4.फिर दूसरी चीज कपूर है–कोई भी कपूर हो। कपूर की तीन गोलिय् बारीक पीस कर उसका पाउडर बना लें, यह भी उस पानी में मिला लें, फिर पांच से दस मिनट तक पैरों को इस पानी में डाल कर रखें।

5. जैसे ही आप पैरों को पानी में डालेंगे, तो आपको इससे सिर से पैर तक एक तरह से करंट का अनुभव होगा। आपके सिर के बालों से पैर तक की सारी नसें मुक्त होने का स्पष्ट रूप से अनुभव होगा। इसका कारण यह है कि हमारे पैरों में 172 प्रकार के प्रेशर पॉइंट होते हैं, जो हमारे शरीर की सभी नसों के साथ जुडे होते हैं। 

IND vs AUS : Who is captain of Indian cricket team 2023? इस खिलाडी को बनाया Team India नया कप्तान

 

कपूर इंसानों के लिए कितना जहरीला है?

6.यह नींबू और कपूर वाला गुनगुना पानी इन 172 प्रकार के प्रेशर पॉइंट्स को मुक्त कर देता है और इससे शरीर की सारी नसें एकदम से रीएक्टिवेट हो जाती हैं और पूरी तरह से मुक्त हो जाती हैं, ऐसा अनुभव होता है।

7.इस उपाय में सिर्फ पांच से दस मिनट तक इस पानी में पैर डाल कर रखने है और यह दिन में कभी भी सुबह या शाम को कर सकते हैं।

8.इससे हाथ, पैर में होने वाली झनझनाहट (खाली चढ़ना) बंद हो जाती हैं और कोई नस दबी या अकड़ गई हो, तो वह खुल जाएगी और सिरदर्द भी इस उपाय से बंद हो जाता है।

9.जिन लोगों को माइग्रेन की तकलीफ हो वह भी, पानी में पैर रखने के साथ ही बन्द हो जायेगी। अगर स्नायु अकड़ गये हों या शरीर दर्द कर रहा हो तो यह उपाय करके देखिए।

10. इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं है और यह उपाय सरल रूप से किया जा सकता है। 

Share this story