क्या है VVPAT, कब हुई इसकी शुरुआत, कैसे काम करती है वीवीपैट? जानिए सबकुछ

VVPAT का फूल फॉर्म वोटर वेरीफ़ाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल है. आइये जानते हैं VVPAT से जुड़ी कुछ अन्य जानकरी 
VVPAT

VVPAT क्या है?

What is VVPAT?

VVPAT का फूल फॉर्म वोटर वेरीफ़ाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल है. इस प्रक्रिया में वोट डालने के तुरंत बाद काग़ज़ की एक पर्ची बनती है. VVPAT पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया जाना है, उनका नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है.

ईवीएम का पूरा नाम क्या है?

What is the full name of EVM?

EVM का फूल फॉर्म इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन है. यह VVPAT का एडवांस वर्जन है. इसके तहत मतदान पत्र के बजाय, वोटर्स को वोट डालने के लिए बैलेट बटन दबाना होता है. EVM मशीन पर अभ्यर्थी के नाम और उसका चुनाव चिन्ह उपलब्ध होता है. EVM में नीले रंग के बटन दबाते ही आपका वोट काउंट हो जाता है. 

भारत में ईवीएम का निर्माण कौन करता है?

Who manufactures EVMs in India?

भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का प्रस्ताव पहली बार 1977 में किया गया था. तत्कालीन इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (ECIL) ने EVM का विकास किया था.

नोट का पूरा नाम क्या है?

What is the full name of NOTA?

चुनाव में NOTA या उपरोक्त में से कोई नहीं (None of the above) एक विकल्प के रूप में भारत के मतदाताओं को प्रदान किया गया है.

भारत में पहली बार ईवीएम का उपयोग किस वर्ष किया गया था?

In which year was EVM used for the first time in India?

भारत में पहली बार ईवीएम का उपयोग साल 1982 में केरल के 70-पारूर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव के लिए किया गया था.

कैसे काम करती है VVPAT या EVM?

How does VVPAT or EVM work?

आपको बता दें कि ईवीएम पर अंकित बटन दबाते ही बीप की आवाज आती है. इसके साथ ही वीवीपैट मशीन में मतदाता के वोट की एक पर्ची प्रिंट होकर निकलती है. वीवीपैट एक प्रिंटर की तरह काम करती है. VVPAT मुख्य रूप से यह सुनिश्चित करती है कि मतदाता ने जिसको वोट दिया है वो असल में उसी को गया है. स्लिप में उम्मीदवार का नाम और पार्टी सिंबल होता है. हालाँकि, वोटर द्वारा अपने वोट की पुष्टि के बाद लगभग 7 सेकंड बाद यह पर्ची वीवीपैट के अंदर मौजूद सीलबंद बॉक्स में गिर जाती है.

स्याही कैसे बनाई जाती है?

How is ink made?

भारत में चुनावी स्याही का अहम योगदान है. इस स्याही का निर्माण दो चरणों में किया जाता है. पहले चरण में वार्निश (विलायक, रेजिन और एडिटिव्स का मिश्रण) बनाया जाता है. इसके बाद दूसरे चरण में इसमें पिगमेंट मिलाया जाता है.

वोटिंग स्याही में कौन से पदार्थ होते हैं?

What are the ingredients in voting ink?

वोटिंग स्याही में सिल्वर नाइट्रेट पदार्थ होता है. सिल्वर नाइट्रेट पानी में घुलनशील होता है और काले रंग का घोल बनाता है.

स्याही में कौन सा रसायन मौजूद होता है?

Which chemical is present in voting ink?

वोटिंग स्याही में विलायक का इस्तेमाल होता है. वहीं, डाई का इस्तेमाल स्याही के रंग के लिए किया जाता है. क्या आप जानते हैं कि वोटिंग स्याही का आणविक सूत्र C14H26N2O4S है.

 

स्याही कितने प्रकार की होती है?

How many types of ink are there?

आपको बता दें कि वोटिंग स्याही दो प्रकार होती है. इसमें पहली जलीय-आधारित डाई उर्ध्वपातन स्याही और दूसरी विलायक-आधारित डाई उर्ध्वपातन स्याही है. 

 

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