धन प्राप्ति के लिए रामचरितमानस के बालकाण्ड की इस चौपाई का पाठ से खुद धन आपके पास चल कर आएगा
रामचरितमानस के चौपाई पाठ का लाभ
जिमि सरिता सागर मंहु जाही। जद्यपि ताहि कामना नाहीं।। तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं। धर्मशील पहिं जहि सुभाएं।
रामचरितमानस के बालकाण्ड से ली गई इस चौपाई का पाठ पूरे श्रद्धा से करने से प्रभु श्री राम की कृपा प्राप्त होती है और कहा जाता है कि जो पाठ करता है उस पर ऐसी कृपा होती है कि बिना बुलाये ही धन की प्राप्ति होती है और धन खुद ही चल कर आता है ।
धन प्राप्ति के रामचरितमानस के उपाय
रामचरित मानस में दिए गए दोहे का पाठ करने से पहले स्नान ध्यान करते हुए उसके बाद में अपने पूजा स्थान पर या किसी मंदिर में जरा प्रभु श्री राम और हनुमान जी की मूर्ति है उनके समक्ष बैठकर पहले हाथ मे जल लेते हुए अपनी मनोकामना को उनके लिए संकल्प लें कि आपके द्वारा धन प्राप्ति के लिए रामचरितमानस की चौपाई पाठ 108 बार किया जाना है जिसको भगवान द्वारा स्वीकार किया जाए और आपकी मनोकामना पूरी हो ऐसा कहते हुए जल प्रभु के सामने अर्पित कर दें।
मूर्ति के सामने दीया जलाते हुए धूपबत्ती दिखाएं जिससे सुगंधित वातावरण और आपका पूजा में मन लगे उसके बाद में अपनी आंखें बंद करते हुए अपनी मनोकामना को दोहराते हुए ओम श्री राम को याद करो और उसके बाद में पाठ करें 108 बार पाठ करने के बाद अच्छे लाभ के लिए दशांश इस मंत्र का जो धन प्राप्ति के लिए आपके द्वारा किया गया है इस मंत्र का 108 का दशांश हवन करें और उसके बाद में भगवान से अपनी प्रार्थना तो पूरी करने के लिए उनका आशीर्वाद मांगें और प्रसाद का वितरण करें।
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इस मंत्र का जाप करने में पूरी शुद्धता होनी चाहिए और या तो किसी योग्य ज्योतिषी द्वारा पाठ कराएं या तो किसी विद्वान पंडित के देखरेख में जाप कराएं ।
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