शुक्र मंगल युति का प्रभाव और उपाय ,प्रेम को बढ़ावा देता है शुक्र मंगल युति

 
शुक्र मंगल युति का प्रभाव
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शुक्र मंगल युति का प्रभाव 

शुक्र मंगल की युति होने पर व्यक्ति बहुत ही कामुक हो जाता है और विपरीत लिंग के प्रति उसका आकाश सर पहुंच ज्यादा होता है और कई बार ऐसी स्थिति आती है जिससे व्यक्ति को परेशानी का सामना करना पड़ता है शुक्र जहां भी रास्ता और कामुकता का प्रतीक है वहीं मंगल शरीर में रक्त का संचालन करता है और अगर मंगल किसी भी की कुंडली में मंगल शुक्र की युति में अगर मंगल ज्यादा प्रभावी रखता है तो उसके परिणाम देखने को मिलते हैं कि वह व्यक्ति अपने भाषाओं का नियंत्रण नहीं कर पाता है उसी जगह अगर शुक्र मजबूत होता है तो ऐसा व्यक्ति अपनी फोटो पर नहीं छोड़ सकते हैं प्रेम नहीं करता है लेकिन अगर मंगल प्रभावी रहता है तू ऐसा व्यक्ति गलत काम करने में भी पीछे नहीं होता है।

 


मंगल और शुक्र युति व्यक्ति को कामुक बनाता है साथ में ऐसा व्यक्ति अगर मंगल प्रभावी होता है तो वह अपने वासना को कंट्रोल नही रख पाता है  रहता है  तो  मंगल कामुक  बनाता है और ऐसे में अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाता है और गलत काम में भी लिप्त हो जाता है उसी जगह अगर शुक्र प्रभावी रहता है और मंगल कमजोर रहता है ऐसा व्यक्ति प्रेम में तो पड़ता है लेकिन अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखते हुए और कई बार ऐसे कदम उठाता है जिसमें उसको पराक्रम भी दिखाना पड़ता है लेकिन फिर भी वह संतुलित रहता है।


शुक्र मंगल युति के उपाय

जिस व्यक्ति की कुंडली में शुक्र मंगल की युति हो उसको कन्याओं को पूजन के बाद मीठा खिलाना चाहिए और अगर मंगल उग्र है तो सुंदरकांड का पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ करने से उसका मंडल शांत रहता है और अगर मंगल शांत रहेगा तो ऐसा व्यक्ति बहुत ही परिमाला अपने रहते हुए भी संतुलित जीवन जी सकता है अन्यथा की स्थिति में मंगल अगर गुरूर हो गया मंगल को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो किसी की शर्मनाक हो सकती है और कामवासना के मोहम्मद पढ़ते हैं उसको अपमान जी सहना पड़ सकता है।

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शुक्र और मंगल क्या है ?

शुक्र और मंगल किसी भी कुंडली में ऐसे ग्रह होते हैं शुक्र जहां विलासिता सुंदरता कामुकता का प्रतीक होता है वही मंगल तेज और अग्नि का प्रतिनिधित्व करता है और शरीर में रक्त का संचालन में मंगल कचकी रंगलाल माना जाता है इसलिए रख भी शरीर में जो दौड़ होता है वह मंडल का प्रतीक होता है इसी के कारण इसका भी मंगल स्ट्रांग होता है वह काफी पराक्रमी होता है और कई बार क्रूर भी हो सकता है उसी जगह शुक्र उसका भी मजबूत होगा वह काफी सुंदर प्रेमी होगा विलासिता पूर्ण जिंदगी जीने का आदि होगा और कामुकता भी उसके अंदर काफी भरी हुई होती है।

Disclaimer इस आर्टिकल में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों की है किसी भी विश्लेषण में योग्य ज्योतिषी की सलाह अवश्य ले ।

 

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