Surya Gochar in May 2024: 14 मई से 15 जून इन राशियों के चमकेंगे सितारे

सूर्य गोचर कब होगा
Surya Gochar Kab Hoga : सभी ग्रहों के राजा सूर्यदेव हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं, जिसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है. इन दिनों वे मेष राशि में विराजित हैं. 13 मई तक इसी राशि में विश्राम करेंगे। 14 मई को वृषभ संक्रांति के दिन सूर्य का गोचर होगा। इस दिन सूर्य की चाल पलट जाएगी और भगवान भास्कर 14 मई मंगलवार के दिन वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य को मेष राशि से वृषभ में जाने के लिए कुछ ही बचे हैं. वृषभ राशि में सूर्य के गोचर होने पर कुछ राशियों को बहुत फायदा होने वाला है. आइए जानते हैं कि सूर्य के वृषभ राशि में जाने से किन राशियों को लाभ मिलने वाला है...
कुम्भ राशि
सूर्य का मेष से वृषभ राशि में गोचर होने से कुम्भ राशि के लिए शुभ हो सकता है. साथ ही इस राशि में जन्मे लोगों के स्वास्थ्य में लाभ होगा। व्यापार में आ रही समस्याओं से धीरे-धीरे छुटकारा मिलेगा। आप अपनी प्रतिभा से सभी मुश्किलों को आसानी पार कर सकते हैं. कुम्भ राशि वाले छात्रों के लिए भी शुभ साबित होगा और उन्हें सफलता हासिल होगी। इस समय आप प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं. सूर्य इस समय कुम्भ राशि के चातुर्य भाव में होंगे जिससे आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी।
मेष राशि
वृषभ राशि में सूर्य का गोचर मेष राशि के लोगों के लिए अति उत्तम साबित होगा। आप आत्मविश्वास के भरे होंगे और आपका ध्यान अपने काम पर लगेगा। काम को लेकर आपकी तारीफ़ होगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में विजयश्री मिलेगी। वहीं जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करने से इस दौरान रिश्ते को मजबूती मिलेगी। आकस्मिक धन लाभ के योग भी बन रहे हैं. साथ ही व्यवसाय में उपलब्धियां हासिल होंगी।
सिंह राशि
सूर्य का मेष से वृषभ में प्रवेश करने से सिंह राशि के जातकों के लिए बेहद ही फायदेमंद होने वाला है. कार्यक्षेत्र में सारी मुश्किलें समाप्त होंगी। और मान-सम्मान भी मिलेगा, जिसका फायदा व्यवसायिक दशाओं में मिलेगा। आपको अपने परिवारजनों और गुरु का सहयोग मिलेगा। धार्मिक गतिविधियों में भी मन लगेगा। वहीं परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। इसके अलावा स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा। नौकरीपेशा वाले लोगों की वेतनवृद्धि हो सकती है.
वृषभ राशि गोचर मुहूर्त
Vrishabh Rashi Gochar Muhurt: वृषभ संक्रांति के दिन सूर्य का गोचर सुबह 5:40 बजे वृषभ राशि में होगा। इसके बाद सूर्यदेव एक मास इसी राशि में विश्राम करेंगे। और 15 जून सुबह 7:15 बजे मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।
सूर्य गोचर का अर्थ क्या है?
Surya Gochar Kya Hai: जब सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करता है तो वह सूर्य का गोचर कहा जाता है. गोचर का अर्थ है चलना। गो. का मतलब तारा, जिसे आप ग्रह-नक्षत्र के रूप में समझ सकते हैं. इस तरह गोचर का पूरा अर्थ है एक जगह से दूसरी जगह पहुंचना। ज्योतिष की दृष्टि से सूर्य से लेकर राहुकेतु सभी ग्रहों की अपनी गति होती है.