What Is Sustainable Tourism In Hindi: सस्टेनेबल टूरिज्म क्या है? इको फ्रेंडली और रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म की पूरी जानकारी

What is sustainable tourism Complete information : लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जब भी आप कहीं से ज घूमकर घर वापस आते हैं, तो उस खूबसूरत डेस्टिनेशन के बारे में सबको बताते हैं। वहां से जुड़ी खुशनुमा यादें कई दिन तक भीतर से खुशी महसूस कराती रहती हैं। लेकिन शायद ही आपने कभी सोचा होगा कि उस खूबसूरत जगह को आप क्या देकर आए ? आपने उसे सहेजने या बचाने के लिए क्या प्रयास किए? आप ही क्या बहुत से लोग इस बारे में नहीं सोचते और न ध्यान देते हैं। जबकि हमारी कोशिश होनी चाहिए जिम्मेदारी के साथ घूमें फिरें और आनंद लें। यही है सस्टेनेबल टूरिज्म, जिसे इको फ्रेंडली या फिर रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म भी कहते हैं। यह पर्यटन कार्बन फुटप्रिंट कम करने पर जोर देता है।
क्या है यह टूरिज्म
सस्टेनेबल टूरिज्म को प्राथमिकता देने वाले टूरिस्ट जिमेदार होते हैं। वे बढ़ावा देते हैं उस डेस्टिेनशन की कला और संस्कृति को। जुड़ते हैं वहां की लोकल कयुनिटीज से। साथ ही अपने छोटे-छोटे प्रयास से पर्यावरण का संरक्षण भी करते हैं। इसके लिए वे अलग से कुछ नहीं करते, बस ध्यान रखते हैं इस बात का कि वे कोई ऐसा काम न करें, जिससे उस जगह पर नकारात्मक असर हो।
आप ऐसा करें
कम करें ट्रैवल फुटप्रिंट: कम से कम सामान अपने साथ लेकर जाएं। लगेज हल्का ही रों। रों जहां गए हैं, वहां की सैर साइकिल से करें। ज्यादा से ज्यादा पैदल घूमें।
ट्रांसपोर्टेशन आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
साफ-सफाई का ध्यान
होटल में रुकें या होमस्टे में, गंदगी न फैलाएं। बेडशीट वगैरह का ध्यान रखें। जरूरत न हो, तो तौलिया आदि उपयोग में न लाएं। मतलब खपत कम से कम करें। यह देखें कि जहां ठहरे हैं, उनके पास सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन है या नहीं। हीं होमस्टे प्रिफर करें।
सिंगल-यूज प्लास्टिक को ना
सिंगल यूज प्रोडक्ट यूज न करें। इको-फ्रेंडली चीजें लेकर ट्रैवल करें। रीयूजेबल आइटस से वेस्टेज कम होगा। पानी पीने के लिए कांच की बोतल साथ रखें। प्लास्टिक की बोतल नहीं खरीदनी पड़ेगी।
इस ट्रैवलिंग में गौर करें इन बातों पर
आपने कोई ट्रैवल डेस्टिनेशन चुना, तो कारण क्या रहा। सवाल यह कि क्या सिर्फ वहां की खूबसूरत फोटोज ने मन को लुभाया या वहां की संस्कृति को समझने की चाह जागी या फिर कोई और खासियत, जिसकी वजह से आप वहां जाने के इच्छुक हुए। यह बात काफी महत्त्वपूर्ण होती है।
कभी नजर डालें कि आप जहां रहते हैं, वहां आसपास कितनी खूबसूरत जगह हैं। जो वाटरफॉल कई किलोमीटर का सफर कर देखा, वैसा आपके शहर के 20 किलोमीटर की दूरी पर ही था। पर आपको पता नहीं था, क्योंकि कभी एक्सप्लोर ही नहीं किया।
एक बार में एक ही जगह का भरपूर आनंद कभी लिया या आस-पास की ओर जगह घूमते रहे। दरअसल एक बार में दस जगह एक्सप्लोर करने से आनंद पूरा नहीं मिल पाता और न कला, संस्कृति और लोकल कम्युनिटी समझने और सहेजने का या फिर बढ़ावा देने का मौका।
लोकल फूड का मजा लें
जिस जगह घूमने आप गए हैं, वहां के स्थानीय व्यंजनों का मजा लें। इससे आप स्थानीय रोजगार को बढ़ावा दे सकते हैं। ऐसा करने से कार्बन फुटप्रिंट कम होगा।