ग्रेविटी रेजीडेंसियल एकेडमी का आगाज व राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों (आईएनआई) के लिए युवा प्रतिभाएं निखारने पर चर्चा

सेमीनार में कहा गया कि एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स इन आईएनआई में छात्र प्रवेश बढ़ाने के मकसद से की जा रही पहल ग्रेविटी रेजीडेंसियल प्रोग्राम का पुरजोर समर्थन करता है। बताया गया कि ग्रेविटी क्लासेज की ओर से छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग रेजीडेंसियल कैंपस का आगाज किया जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि इस मकसद को हासिल करने के लिए, हमारे बच्चों को आईआईटी-जेईई, नीट व अन्य कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए उचित मार्गदर्शन और प्रशिक्षण देना होगा। वक्ताओं ने कहा कि ग्रेविटी क्लासेज ऐसे उम्मीदवारों और उनके परिवारों को उनकी उम्मीदें पूरी करने और कामयाबी हासिल करने में मदद करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। इसी उद्देश्य से ही छात्र और छात्राओं के लिए दो अलग-अलग कैंपस का आगाज किया गया है।
वक्ताओं ने शिक्षा के क्षेत्र में की जा रही ग्रेविटी क्लासेज की कोशिशों की सराहना भी की। जेईई 2024 के द्वितीय चरण में सफलता पाने वाले ग्रेविटी के 600 से अधिक बच्चों की कामयाबी का जिक्र भी यहां किया गया। सेमिनार में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रो़़. एस डब्ल्यू अख्तर मुख्य अतिथि रहे। दारुल उलूम नदवातुल उलेमा के मौलाना बिलाल अब्दुल हई हसनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथि यूपी के पूर्व डीजीपी जावीद अहमद, केजीएमयू के प्रोफेसर डाॅ. कौसर उस्मान, एएमपी के अध्यक्ष आमिर इदरीशी व ध्येय आईएएस के निदेशक कमरुल हक खान ने विचार रखे। एएमपी के सेंट्रल इंडिया जोन हेड सैयद शोएब और पल्स हाॅस्पिटल के निदेशक डाॅ. अब्दुल अहद ने विचार रखे। डाॅ. शहनवाज खान ने भी सेमिनार को संबोघित किया। ग्रेविटी क्लासेज के निदेशक मो. अशफाक ने आभार जताया।