Dhanteras 2023 :धनतेरस के दिन कौन सी चीज खरीदना शुभ होता है जानिए
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धनतेरस पर किस भगवान की पूजा करनी चाहिए
सोना, चांदी या नया ज्वेलरी: धनतेरस पर सोना और चांदी की खरीदारी धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए की जाती है।
उपहार आर्टिकल्स: घर में नए वस्त्र, वाहन, या आभूषण खरीदना भी धनतेरस पर चाहिए हो सकता है।
घी, तेल और खाद्यान्न: धनतेरस के दिन घर में शुभता और समृद्धि लाने के लिए घी, तेल और खाद्यान्न खरीदना भी अच्छा रहता है।
इंधन: लोग धनतेरस पर उपयुक्त इंधन जैसे लकड़ी, बिजली, गैस सिलेंडर आदि की खरीदी करते हैं।
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धनतेरस के दिन पूजा कैसे करते हैं
पूजा स्थल तैयार करें: धनतेरस के दिन एक शुभ और सुविधाजनक स्थान तैयार करें जहाँ आप पूजा करेंगे। यह स्थान साफ-सुथरा और शुभ वातावरण में होना चाहिए।
धनतेरस के विशेष महत्वपूर्ण वस्त्र पहनें: इस दिन धनतेरस के विशेष महत्वपूर्ण वस्त्र पहनें।
लक्ष्मी और धन्वंतरि की मूर्तियाँ: धनतेरस की पूजा में लक्ष्मी माता और भगवान धन्वंतरि की मूर्तियाँ या चित्र उपस्थित करें।
पूजा सामग्री: धनतेरस की पूजा के लिए अगर्बत्ती, दीपक, रंगोली, सुपारी, कुमकुम, नरियल, नरियल पानी, फूल, नए वस्त्र, आभूषण, घी, बत्ती आदि शामिल करें।
आरती और मंत्र: लक्ष्मी माता और धन्वंतरि की पूजा के बाद आरती उतारें और उनके नामों का जाप करें।
प्रसाद बांटें: पूजा के बाद प्रसाद बनाएं और उसे विशेष भाग्यशाली व्यक्तियों को बांटें।
धनतेरस के दिन धनिया को क्या करना चाहिए
नतेरस के दिन धनिया को भारतीय परंपरा में विशेष महत्व दिया जाता है। धनिया को पूजा और विशेष उपासना करने के लिए निम्नलिखित विचार ध्यान में रखे जाते हैं:
सफाई और सजावट: पहले धनिया को अच्छे से सफाई करें और सजावट दें। इससे धनिया की पूजा में उच्च शुभता रहती है।
स्थान तैयार करें: एक शुभ और सुविधाजनक स्थान तैयार करें जहाँ आप धनिया की पूजा करेंगे।
धनिया की पूजा: धनतेरस के दिन धनिया की पूजा करें। धनिया को लक्ष्मी और धन्वंतरि की प्रतिष्ठा माना जाता है।
मंत्र जाप: धनिया की पूजा के दौरान महलक्ष्मि और धन्वंतरि के मंत्रों का उच्चारण करें।
आरती: पूजा के बाद आरती उतारें।
प्रसाद बांटें: पूजा के बाद प्रसाद बनाएं और उसे विशेष भाग्यशाली व्यक्तियों को बांटें।
धनिया का सेवन: धनिया का सेवन करें। इसका अर्थ धन, समृद्धि और भगवान धन्वंतरि की कृपा प्राप्ति की कामना करना है।
कान्हे की पूजा: कुछ स्थानों पर धनिया को कान्हे के रूप में पूजा जाता है। इसमें धनिया को भगवान कृष्ण के रूप में पूजा जाता है।