भानगढ़ किले के पीछे की असली कहानी क्या है?भानगढ़ किले में रात को क्या होता है? जानिए
भानगढ़ किला :भानगढ़ किला भारत, राजस्थान में स्थित है और यह किला इतिहास, सौंदर्य और महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। यह किला जोधपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर है। भानगढ़ किला की कहानी इसके इतिहासिक महत्त्व और रोचक घटनाओं से भरी हुई है। राजपूताना का इतिहास से जुड़ा भानगढ़ किला प्राचीन राजपूत वंशों से संबंधित है। मान्यता है कि इसे 15वीं सदी में राठौड़ राजपूतों द्वारा बनाया गया था। यह किला भारतीय इतिहास में महत्त्वपूर्ण घटनाओं के साक्षी रहा है। यहां कुछ कहानियों में कहा जाता है कि गुफा में भूतों का वास होता है और वहां अनजाने हादसों की घटनाएं होती हैं। इसके अलावा, कुछ मान्यताएं हैं जो किले में रात्रि में अनुसंधान या खोज की अनुमति नहीं देती हैं, इसलिए लोगों को रात्रि में इसे नहीं जाने दिया जाता है।
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गुरु बालू नाथ नाम के साधु ने श्राप दिया ?

भानगढ़ का किला शापित हैं। इसे गुरु बालू नाथ नाम के साधु ने श्राप दिया था। मान्य़ता है कि जब इस किले का निर्माण होना शुर हुआ, तब एक साधु महाराज वहां पर ध्यान लगाकर बैठे थे। राजा ने उनसे अनुरोध किया कि वह यहां किला बनवाना चाहते हैं। साधु ने किला बनाने की इजाजत देते हुए शर्त रखी कि किले की छाया उन्हें न छुए। राजा हामी भर दी लेकिन जब किला बनकर तैयार हुआ तो उसकी छाया साधु पर पड़ गई। इससे नाराज होकर साधु ने श्राप दे दिया। कहा जाता है कि साधु के श्राप से पूरा गांव नष्ट हो गया था।
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भानगढ़ का किला रात में क्यों बंद है?

भानगढ़ का किला सुबह के 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक खुला रहता है. भानगढ़ राजस्थान के अलवर जिले में मौजूद है जो जयपुर और दिल्ली के बीच स्थित है. कहा जाता है कि किले में रात के समय भूत का साया होता है, यहां पर रात में कई अजीब आवाज़ें भी यहां सुनाई देती हैं. भानगढ़ किले को लेकर यह भी कहा जाता है कि जो कोई भी रात में किले में प्रवेश करता है, वो सुबह वापस नहीं लौट पाता |
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भानगढ़ किले में रात को क्या होता है?

गांव के लोग अभी भी इस किले को भूतिया मानते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने एक औरत के चिल्लाने, चूड़ियां तोड़ने और रोने की आवाजें सुनी हैं। साथ ही उनका कहना है कि किले से संगीत की आवाजें भी आती हैं और कभी-कभी उन्हें परछाइयां भी दिखाई देती हैं। कुछ लोगों को लगता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है और उन्हें पीछे से थप्पड़ मार रहा है। वहां से अजीब सी महक भी आती है, ऐसा स्थानीय निवासियों का कहना है। इन्हीं कारणों की वजह से सूर्यास्त के बाद दरवाजे बंद हो जाते हैं और किले में एंट्री बिलकुल बैन हो जाती है।
