भारत सरकार श्री सूर्या पी. सेठी जी के द्वारा महाकुम्भ भ्रमण एवं अपने सेवाकाल सहित निजी जीवन के अनुभव तथा विचारों को साझा किया गया
उत्तर प्रदेश पुलिस के पॉडकास्ट "Beyond the Badge" के दसवें एपिसोड में टाटा एड्मिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज एवं वर्ल्ड बैंक जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का हिस्सा रहे एवं पूर्व प्रिंसिपल एडवाइजर Power & Energy भारत सरकार श्री सूर्या पी. सेठी जी के द्वारा महाकुम्भ भ्रमण एवं अपने सेवाकाल सहित निजी जीवन के अनुभव तथा विचारों को साझा किया गया
श्री सूर्या सेठी जी के द्वारा महाकुम्भ के अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया गया कि उनका ओवरआल एक्सपीरियंस बहुत अच्छा रहा, उनके द्वारा कुम्भ में पहुँचने पर एनर्जी का लेवल बहुत बढ़ने, महाकुंभ में अलग-अलग क्षेत्र, अलग-अलग शैक्षिक बैकग्राउन्ड, अलग-अलग आर्थिक स्थिति के लोगों को एक साथ बिना किसी विवाद/धक्का मुक्की के घाट पर स्नान करने एवं इतनी बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं के लिए की गई बढ़िया व्यवस्था की तारीफ करते हुए यहाँ आने के लिए ईश्वर का शुक्रिया किया गया ।
श्री सूर्या सेठी जी के द्वारा बताया गया कि उन्होंने बिना किसी प्रोटोकाल के आम श्रद्धालु की तरह ट्रेन में टिकट कराकर रेलवे स्टेशन पर उतरकर, वहाँ से अपने कॉटेज पहुंचकर मौनी अमावस्या के दिन पवित्र स्नान किया गया, वह और भीड़ के बावजूद उनके साथ गए श्रद्धालुओं को कहीं कोई कोई मुश्किल नहीं होने तथा आराम से दर्शन होने की जानकारी देते हुए बताया गया कि स्नान का पल उनके लिए अविस्मरणीय था और ऐसा अनुभव उनके द्वारा पूरे जीवन में नहीं किया गया था ।
श्री सूर्या सेठी जी के द्वारा महाकुम्भ के क्राउड मैनेजमेंट, लॉ एंड ऑर्डर और ट्रैफिक मैनेजमेंट के बारे में चर्चा करते हुए बताया गया कि, "मैं 3 दिन था, वहाँ पर मैंने न कोई हाथापाई देखी, न कभी किसी को लड़ते देखा और न ही ऐसा देखा कि किसी से कोई फ़ोन छीन रहा हो अर्थात किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं देखा और न ही किसी तरह की अश्लीलता देखी।" साथ ही महाकुम्भ में किए गए प्रबन्धन पर चर्चा करते हुए उनके द्वारा बताया गया कि 45 दिन में यहाँ लगभग 65 करोड़ लोग आए, इतनी बड़ी संख्या में लोगों के लिए प्रबंध करना और टॉयलेट्स बनाना उनके लिए रात को सोने की जगह करना, पूरी एक सिटी तैयार कर दिया जाना अपने आप में अविस्मरणीय है। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि उन्होंने लगभग 85 देशों में भ्रमण किया है परन्तु कभी भी, कहीं पर भी इस तरह का आयोजन नहीं देखा है।
श्री सूर्या सेठी जी के द्वारा चर्चा के दौरान बताया गया कि उनका जन्म वर्ष 1949 में जनपद प्रयागराज (तत्कालीन इलाहाबाद) में हुआ था, जहां वह वर्ष 1971 तक रहे थे, उनके द्वारा यह भी बताया गया कि 1971 के बाद वह अब आ पाए है तब के प्रयागराज तथा आज के प्रयागराज में बहुत बदलाव आ गया है। नई नई सड़कें बन गईं है, नए पुल बन गए है अब प्रयागराज ही नहीं बल्कि पूरे देश में विकास हुआ है । साथ ही उनके द्वारा यह भी बताया गया कि वह 2010 में ग्रेटर नोएडा में आए थे, उसे समय लोग कहते थे कि शाम को 07:00 - 08:00 बजे के बाद बाहर मत जाइए टहलने और तब के ग्रेटर नोएडा तथा आज के ग्रेटर नोएडा में जमीन आसमान का फर्क है। अब रात में किसी भी समय आप जाइए, कोई समस्या नहीं है, हर जगह इंप्रूवमेंट हुआ है।
श्री सूर्या सेठी जी के द्वारा उक्त पॉडकास्ट में भारत की ऊर्जा नीति और जलवायु परिवर्तन नीति को बनाने में दिए गए अहम योगदान, आगामी कुम्भ को पर्यावरण के अनुकूल बनाए के संबंध में सुझाव के साथ-साथ भारत सरकार, टाटा समूह और वर्ल्ड बैंक में दी गई सेवा से सम्बन्धित अमूल्य अनुभवों को भी साझा किया गया है ।
