Powered by myUpchar
उपासना कामिनेनी कोनीडेला ने हार्वर्ड इंडिया बिजनेस फोरम 2025 में भारत की हेल्थकेयर क्षमताओं को उजागर किया, इनोवेशन के क्षेत्र में देश की मजबूत स्थिति को दर्शाया
उन्होंने अपने मुख्य भाषण में कहा, भारत की सबसे बड़ी ताकत इसकी विशालता (स्केल) है। AI-पावर्ड हेल्थकेयर और हमारी प्राचीन स्वास्थ्य परंपराओं के साथ, हम सिर्फ भारत की समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे—हम दुनिया के लिए समाधान तैयार कर रहे हैं।
उन्होंने AI और बिग डेटा के जरिए हेल्थकेयर में हो रहे बदलावों पर जोर दिया, जिसमें भारत के विशाल रोगी डेटा का उपयोग रीयल-टाइम डायग्नोस्टिक्स और भविष्यवाणी आधारित इलाज (प्रेडिक्टिव केयर) के लिए किया जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य परिणामों में सुधार हो रहा है। उनका फोकस इस बात पर भी था कि इलाज से आगे बढ़कर बीमारियों को रोकने पर ध्यान दिया जाए, खासकर क्रॉनिक डिजीज और मानसिक स्वास्थ्य (मेंटल हेल्थ) के मामले में।
उपासना ने इस बात को भी रेखांकित किया कि डिजिटल हेल्थ, UPI-पेमेंट सिस्टम, और टेलीमेडिसिन जैसी सुविधाएं देश के दूर-दराज के क्षेत्रों तक उच्च-गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में मदद कर रही हैं। उन्होंने बताया कि क्यों ग्लोबल इन्वेस्टर्स भारत को हेल्थ-टेक और वेलनेस का अगला बड़ा हब मान रहे हैं।
अपने आत्मविश्वासी और प्रभावशाली अंदाज में, उपासना कस्टम डिओर सूट में नजर आईं, जो न सिर्फ एक फैशन स्टेटमेंट था, बल्कि भारत की ताकत, नेतृत्व और इनोवेशन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता था।
उन्होंने अपने भाषण के अंत में कहा, भविष्य सिर्फ अस्पताल बनाने का नहीं है—बल्कि लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत ही न पड़े, इसका इंतजाम करने का है। भारत पूरी दुनिया के लिए एक ब्लूप्रिंट तैयार कर रहा है।
URLife की प्रमुख और अपोलो हॉस्पिटल्स की इनोवेशन रणनीति में अहम भूमिका निभाने वाली उपासना कामिनेनी कोनीडेला ने स्पष्ट किया कि भारत अब केवल *हेल्थकेयर सर्विस प्रोवाइडर* नहीं, बल्कि हेल्थकेयर इनोवेशन पावरहाउस बन रहा है।
अपने दमदार व्यक्तित्व और प्रेरणादायक संदेश के साथ, उपासना ने न केवल भारत की हेल्थकेयर नेतृत्व क्षमता को उजागर किया, बल्कि अपने साहसिक दृष्टिकोण से इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई।