Zero poverty Scheme Government of Uttar Pradesh || ग़रीब की ग़रीबी खत्म करने का CM Yogi का धांसू Pla
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने “जीरो पॉवर्टी स्कीम” शुरू करने का बड़ा फैसला लिया
लेकिन इस चुनौती से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश के तेज़ तर्रार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक धांसू प्लान बनाया है. क्या है वो प्लान, आज की इस रिपोर्ट में हम आपको यही बताने वाले हैं.उत्तर प्रदेश में अत्यधिक गरीबी को जड़ से खत्म करने के मकसद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने “जीरो पॉवर्टी स्कीम” शुरू करने का बड़ा फैसला लिया है.
इस योजना का उद्देश्य राज्य के सबसे गरीब परिवारों को One-time relief package दे करके उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर उठाना है. जीरो पॉवर्टी स्कीम का Target उन परिवारों को ऊफर उठाना है जो अत्यधिक गरीबी में जी रहे हैं और अपनी बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. योजना को शुरुआत में पायलट परियोजना के रूप में कुछ चुने हुए जिलों में लागू किया जाएगा, जिसके बाद इसे पूरे राज्य में extend किया जाएगा. पहले चरण में, 10 से 25 अत्यंत गरीब परिवारों को चुना जाएगा और उन्हें इस योजना के तहत समर्थन दिया जाएगा.
स्वच्छ भारत मिशन भी इस योजना के execution में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
इस योजना को राज्य के विभिन्न विभागों के सहयोग से लागू किया जाएगा, जिनमें ग्रामीण विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, उद्यान विभाग, और कृषि विभाग शामिल हैं. स्वच्छ भारत मिशन भी इस योजना के execution में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा..
ये विभाग मिलकर चयनित परिवारों को एक Holistic benefits package प्रदान करेंगे, जिससे ये सुनिश्चित हो सके कि सभी बुनियादी जरूरतें मौजूदा सरकारी योजनाओं के माध्यम से पूरी हो सकें.
इस परियोजना की शुरुआत गोरखपुर से होगी, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद है. यहां सरकार 10 से 25 अत्यंत गरीब परिवारों की पहचान करेगी. इन परिवारों को One-time relief package दिया जाएगा, जिसमें आवास, स्वास्थ्य सेवा, पोषण, और रोजगार के अवसर जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभ शामिल होगा.
अब चलिए जानते हैं कि इस योजना का लाभ कौन-कौन उठाने के पात्र होंगे. तो आपको बता दें कि ये योजना विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, और अल्पसंख्यक समूहों जैसे हाशिए पर रहने वाले समुदायों को लक्षित करती है. सरकार का उद्देश्य इन समूहों के बीच असमानता को कम करना और राज्य में समावेशी विकास सुनिश्चित करना है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वास जताया
योगी सरकार का ऐसा मानना है कि सभी मौजूदा कल्याणकारी योजनाओं को एक समेकित पैकेज में जोड़कर, जीरो पॉवर्टी स्कीम परिवारों को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी. राज्य एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता है जहां कोई भी परिवार केवल सरकारी सहायता पर निर्भर न रहे, बल्कि खुद अपनी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो सके.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वास जताया है कि ये पहल महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी, हजारों परिवारों को गरीबी से बाहर निकालेगी और राज्य के समग्र विकास में योगदान देगी.
सीएम योगी का बयान लगाएं
तो आखिर में निष्कर्ष यही निकलता है कि जीरो पॉवर्टी स्कीम उत्तर प्रदेश में अत्यधिक गरीबी को दूर करने की दिशा में एक साहसिक और आवश्यक कदम है... हाशिए पर रहने वाले समुदायों पर केंद्रित दृष्टिकोण और एक समग्र समर्थन प्रणाली के साथ, योगी सरकार इस योजना के माध्यम से गरीबी उन्मूलन के प्रयासों में एक नया मील का पत्थर स्थापित करने की उम्मीद कर रही है... अगर कामयाब होती है, तो ये योजना अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल के रूप में काम कर सकती है, जो Integrated and targeted welfare programmes के माध्यम से गरीबी का मुकाबला करना चाहती हैं