UP Government Sponsorship Scheme 2024 : योगी आदित्यनाथ आपके बच्चे को दे रहे हैं ₹4000
UP Government Sponsorship Scheme 2024 : आज के बच्चे कल का भविष्य.. जी हां, आज के बच्चे आने वाले कल के नागरिक होते हैं, जो देश को नई दिशा देते हैं और देश का भविष्य बनते हैं. इसलिए ये ज़रूरी है कि उनकी एजुकेशन और उनके वेलफेयर पर स्पेशल अटेंशन दिया जाए. हम जितनी बेहतर तरीके से बच्चों की देखभाल करेंगे, राष्ट्र निर्माण भी उतना ही बेहतर होगा. और इस बात की अहमियत उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बहुत अच्छी तरीके से समझती है. यही वजह है कि बच्चों के डेवलपमेंट, उनकी एजुकेशन, उनकी हेल्थ को लेकर सरकार बहुत से काम कर रही है, बहुत सी योजनाएं चला रही है.
बच्चों को अच्छी शिक्षा हासिल करने और बेहतर ज़िंदगी जीने के रास्ते की तरफ भेजा जा सकता है
आपको ये बात बहुत अच्छी तरह से मालूम है कि हमारे देश में उन बच्चों की तादाद बहुत ज़्यादा है जो बेहद खराब फाइनेंशियल कंडीशंस की वजह से तालीम यानी एजुकेशन मुकम्मल नहीं कर पाते हैं. इसलिए आज की अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको योगी सरकार की एक ऐसी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका फायदा उठाकर बच्चों को अच्छी शिक्षा हासिल करने और बेहतर ज़िंदगी जीने के रास्ते की तरफ भेजा जा सकता है.
जिस योजना की हम बात कर रहे हैं उसका नाम है Sponsorship Yojana. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से शुरू की गई ये एक सोशल वेलफेयर कॉज़ का हिस्सा है जिसका मकसद आर्थिक रूप से कमज़ोर और बेसहारा बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है... इस योजना के तहत उन बच्चों को फायदा पहुंचाया जाता है जिनके माता-पिता नहीं है या जो अपने बच्चों का पालन पोषण करने में सक्षम नहीं हैं. उनको सरकार हर महीने ₹4000 की आर्थिक मदद करती है... इस रकम को बच्चों की शिक्षा, पोषण और बाकि ज़रूरतों को पूरा करने के लिए दी जाती है.
जिन बच्चों के पेरेंट्स नहीं है उन्हें इस योजना में शामिल किया जाता है
इस योजना का फायदा लेने के लिए कौन-कौन एलिजिबल होता है. जिन बच्चों के पेरेंट्स नहीं है उन्हें इस योजना में शामिल किया जाता है. इसके अलावा जिन बच्चों के पेरेंट्स का तलाक हो चुका है उन बच्चों को भी इस योजना में शामिल किया जाता है.अगर बच्चे के माता-पिता बीमार हैं और उनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है तो ऐसे में सरकार उनको भी इस योजना का फायदा पहुंचाती है.Sponsorship Yojana के तहत अगर बच्चों के पास घर नहीं हैं, वो बेघर है तो उनको भी इस योजना का फायदा दिया जाएगा. दिव्यांग बच्चे भी इस योजना का हिस्सा होते हैं.
एक शर्त ये भी है कि इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए परिवार की सालाना इनकम 48000 से कम होनी चाहिए जबकि शहरी क्षेत्र के बच्चों के लिए ये लिमिट 96 हजार रुपए है... बात करें अगर बच्चे की उम्र की तो वो 18 साल से कम होनी चाहिए तभी इस योजना के लिए एलिजिबल होगा.
स्पॉन्सरशिप योजना का फायदा लेने के लिए किन-किन ज़रूरी दस्तावेजों की ज़रूरत पड़ती है
चलिए अब जान लेते हैं की स्पॉन्सरशिप योजना का फायदा लेने के लिए किन-किन ज़रूरी दस्तावेजों की ज़रूरत पड़ती है. तो ये जान लीजिए की आधार कार्ड, इनकम सर्टिफिकेट, आय प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, और अगर बच्चे के पेरेंट्स नहीं है तो
माता पिता का डेथ सर्टिफिकेट ज़रूरी रहता है. इसके अलावा बच्चा जिस स्कूल में पढ़ रहा है उसकी रसीद होना भी मैंडेटरी होता है.चलिए अब सबसे जरूरी बात जान लेते हैं कि इस स्पॉन्सरशिप योजना के लिए अप्लाई कैसे किया जाता है.
देखिए, सबसे पहले तो आपको अपने जिले या शहर के बाल संरक्षण इकाई, जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में जाना होगा. वहीं से आपको योजना का एप्लीकेशन फॉर्म मिलेगा... एप्लीकेशन फार्म को सही तरीके से भरें और ज़रूरी दस्तावेजों को भी उसमें अटैच करें. फिर उसके बाद आप भरे हुए दस्तावेजों को जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में जमा करें. फिर उसके बाद आपके आवेदन की जांच की जाएगी. अगर आप एलिजिबल पाए जाते हैं तो अगले महीने से आपको 4000 की रकम मिलनी शुरू हो जाएगी.
इस वीडियो में दी गई जानकारी से एप्लीकेशन फॉर्म भर के अप्लाई कर दें
तो अगर आप उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं और योगी सरकार की इस खास योजना का फायदा उठाना चाहते हैं तो इस वीडियो में दी गई जानकारी से एप्लीकेशन फॉर्म भर के अप्लाई कर दें, यकीन मानिए आपके सरकार की तरफ से निराशा हाथ नहीं लगेगी. इस वीडियो को आप अपने उन जानने वाले लोगों के साथ भी शेयर कीजिए जिन्हें आपको लगता है कि वो इसके ज़रूरतमंद हैं. इस योजना को लेकर कोई भी सवाल आपके मन में आ रहा हो तो आप बेशक उसे इस वीडियो के कोमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं. फिलहाल मुझे दीजिए इजाज़त, फिर मिलती हूं मैं आपसे, सरकार की ऐसी ही जनकल्याणकारी योजना को लेकर.