Traffic Noise: सड़कों पर ट्रैफिक बन सकता आपके लिए जानलेवा, जानिए कैसे रह सकते हैं सुरक्षित  

हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं, जहाँ आये दिन नई बीमारी का जन्म होता है. इस दुनिया में कई बीमारियां हैं, जिसने हमारे जीवन पर प्रभाव डाला है. हाल ही में एक नई बीमारी ने (Traffic Noise Raises Risk of Cardiovascular Diseases) दस्तक दी है.
Traffic Noise Raises Risk of Cardiovascular Diseases

हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं, जहाँ आये दिन नई बीमारी का जन्म होता है. इस दुनिया में कई बीमारियां हैं, जिसने हमारे जीवन पर प्रभाव डाला है. हाल ही में एक नई बीमारी ने (Traffic Noise Raises Risk of Cardiovascular Diseases) दस्तक दी है. यह बीमारी सड़कों पर लगने वाले ट्रैफिक से आप प्रभावित करती है.

क्या है Traffic Noise से जुड़ी बीमारी

जैसा कि आप जानते हैं कि शोर-शराबे से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. हाल ही में किए गए एक शोध में पता चला है कि यातायात यानी ट्रैफिक के शोर से हृदय रोग का खतरा (Traffic Noise Raises Risk of Cardiovascular Diseases) बढ़ सकता है. अब इसको लेकर आपको सचेत रहने की जरुरत है. शोधकर्ताओं के रिसर्च की माने तो कि ट्रैफिक के बढ़ते शोर से दिल का दौरा समेत अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. शोधकर्ताओं की ये रिपोर्ट ट्रैफिक के शोर से होने वाले जोखिम और कुछ मरीजों की जांच का परिणाम है. आइये विस्तार से जानते हैं-

बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा

दरअसल, रिसर्च से जुड़ी एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने Epidemiological Data की समीक्षा की. इस समीक्षा के परिणाम में शोधकर्ताओं ने पाया कि सड़क यातायात से होने वाले शोर में हर 10 डेसिबल की वृद्धि के चलते दिल का दौरा, स्ट्रोक और मधुमेह सहित हृदय संबंधी बीमारियां हो सकती हैं. वहीं, इस रिपोर्ट में इन बीमारियों के विकसित होने का खतरा 3.2 प्रतिशत बढ़ने की आशंका भी है. आसान शब्दों में कहें तो ट्रैफिक के शोर के बीच ज्यादा देर तक रहना आपके लिए जानलेवा हो सकता है. रिसर्च टीम ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि रात के समय यातायात का शोर नींद को बाधित और कम करने के साथ-साथ ब्लड वेसेल्स में तनाव हार्मोन के स्तर को (Traffic Noise Raises Risk of Cardiovascular Diseases) बढ़ा सकता है. इससे कई तरह की बीमारी पैदा हो सकती है. जैसे सूजन, हाई ब्लड प्रेशर और वैस्कुलर डिजीज होने का खतरा बढ़ सकता है.

कैसे रह सकते हैं इस बीमारी से सुरक्षित  

  • ट्रैफिक के शोर से होने वाले ह्रदय संबंधी रोग को कम करने के लिए शोधकर्ताओं ने कुछ उपाय भी सुझाएँ हैं. आप इन उपायों को अमल करके इस बीमारी से सुरक्षित रह सकते हैं. 
  • रिसर्च टीम ने स्थानीय अधिकारियों को सड़क, रेल और हवाई यातायात से शोर को कम करने के लिए कुछ रणनीतियां बताई हैं, जिसपर सरकार को अमल करने की जरूरत है.
  • टीम ने घनी आबादी वाले इलाकों में व्यस्त सड़कों पर शोर अवरोधक लगाने का सुझाव दिया है. इससे शोर के स्तर को 10 डेसिबल तक कम किया जा सकता है.
  • रिसर्च टीम ने सड़क निर्माण के समय शोर कम करने वाले डामर का उपयोग करने को कहा है.
  • अगर आप खुद गाड़ी या किसी वाहन से ऑफिस या कहीं जाते हैं तो आपको अपने वाहन की गति को सीमित करना होगा.
  • साथ ही आप कम शोर वाले टायरों के उपयोग करके इस बीमारी की चपेट में आने से बच सकते है.

यह भी पढ़ें: Bollywood Celebrities Birthday in May: बॉलीवुड के सेलिब्रिटीज, जो मई में मनाते हैं अपना जन्मदिन

Share this story